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5G Network से कोरोना फैलने की अफवाह फैलाने वाले सावधान हो जाए, अब नहीं सुधरे से जेल भेज दिया जाएगा
टेक डेस्क : भारत में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर तेजी से फैल रही है। जिसे लेकर सोशल मीडिया (Social Media) पर अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं। हाल ही में इस तरह की अफवाह फैलाई जा रही है, कि 5जी की टेस्टिंग के कारण कोरोना वायरस फैल रहा है। इस पर हरियाणा सरकार ने सख्त एक्शन लेते हुए फैसला किया कि, अब इस तरह अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा। बता दें, कि कुछ दिन पहले ही भारत में 5जी टेस्टिंग को मंजूरी दी गई थी, हालांकि अभी तक ये शुरू भी नहीं हुई है, उसके बाद भी इसे लेकर कई तरह के पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
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क्या है वायरल पोस्ट
पिछले कुछ दिनों से इस तरह की फोटो शेयर कर भ्रम फैलाया जा रहा है, कि 5G तकनीक की टेस्टिंग कोरोना का कारण है। वायरल मैसेज में कहा जा रहा है कि 5G टावरों की टेस्टिंग से निकलने वाला रेडिएशन हवा को जहरीला बना रहा है, इसलिए लोगों को सांस लेने में मुश्किल आ रही है।
5G टेस्टिंग पर की रोक लगाने की मांग
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे मैसेज में सरकार से टेस्टिंग पर तुरंत रोक लगाने की मांग भी की गई है। इतना ही इसे लेकर कहा जा रहा है कि रेडिएशन की वजह से घर में हर जगह करंट लगता रहता है और गला नॉर्मल से कुछ ज्यादा सूखता है।
WHO की रिपोर्ट ने बताया इसे फर्जी
WHO ने ऐसे सभी दावों को फर्जी बताया है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि 5G मोबाइल नेटवर्क से कोरोना नहीं फैलता है। रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना उन देशों में भी हो रहा है जहां 5जी मोबाइल नेटवर्क नहीं है। ऐसे में इस तरह की खबरें पूरी तरह निराधार है।
हरियाणा सरकार ने लिया सख्त एक्शन
अब हरियाणा में इस तरह की अफवाह फैलाने वालों की खैर नहीं होगी। राज्य के मुख्य सचिव ने सभी डीसी और एसपी को पत्र लिखकर कहा है कि 5जी से कोरोना होने के कोई सबूत नहीं मिले है। इस तरह की अफवाह फैलाकर कुछ असामाजिक तत्व 5जी टॉवर को नुकसान पहुंचा रहे हैं। इसलिए उन लोगों के खिलाफ सख्त और तत्काल कार्रवाई की जाए।
DoT ने भी दी थी चेतावनी
इस महीने की शुरुआत में, दूरसंचार विभाग (DoT) ने जनता को चेतावनी दी थी कि वे 5G नेटवर्क का दावा करने वाले फेक मैसेजों पर विश्वास न करें और 5G नेटवर्क के बारे में आम जनता को गलत सूचना ना दें।
पक्षियों की मौत को लेकर भी फैलाया भ्रम
5G रेडिएशन को लेकर ये भी कहा जा रहा है, कि इससे पक्षियों की मौत होगी। कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि 5G टावरों से निकले हाई फ्रीक्वेंसी रेडिएशन से कैंसर, बांझपन, DNA और नर्वस सिस्टम से जुड़ी दिक्कतें हो सकती हैं। हालांकि इसे लेकर अभी तक कोई सबूत नहीं मिले हैं।
5G टेक्नोलॉजी से होने वाले फायदे
देश में 5G टेक्नोलॉजी को लेकर सरकार मे मेगा प्लान बनाया है। इससे डेटा ट्रांसफर के लिए Mbps की जगह Gbps की स्पीड मिलेगी और डिजिटल दुनिया को बढ़ावा मिलेगा। बता दें कि 5G आने के बाद 4G फोन्स की कीमत तेजी से गिरावट आएगी।