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क्या पूरे देश में लॉकडाउन लगने वाला है...रणदीप गुलेरिया ने 7 ऐसे ही परेशान करने वाले सवालों के जवाब दिए
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सवाल- महाराष्ट्र में कोरोना के 58% केस है। ऐसा किसी खास वजह से है?
जवाब- मुझे ऐसा नहीं लगता। हमने इटली, स्पेन और अमेरिका में देखा है। महामारी एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में जाती है। भारत में यह धीरे-धीरे अन्य राज्यों में फैल रही है। 24 घंटे में 1 लाख से अधिक मामले गंभीर चिंता का कारण हैं।
सवाल- क्या नाइट कर्फ्यू और लॉकडाउन से बात बनेगी?
जवाब- इससे पूरा समाधान नहीं होगा। नाइट कर्फ्यू प्रभावी नहीं होगा यदि लोग दिन के दौरान कोविड के नियमों का पालन नहीं करेंगे। हमें हॉटस्पॉट्स में बहुत एक्टिव तरीके से निगरानी रखने की जरूरत है।
सवाल- क्या पूरे देश में लॉकडाउन लग सकता है?
जवाब- मुझे ऐसा नहीं लगता। यह कुछ क्षेत्रों में लग सकता है। हमें टेस्टिंग, इलाज और डिस्टेंसिंग की जरूरत है। हमें केस की संख्या में कमी लाने की जरूरत है। हेल्थकेयर सुविधाएं पहले से ही अधिक हैं। हमें एक्टिव होकर इसे करना पड़ेगा।
सवाल- क्या कुंभ मेले, आईपीएल और चुनावी रैलियों जैसी चीजों से कोरोना के केस बढ़ सकते हैं?
जवाब- कोई भी घटना जहां कोविड के नियमों का पालन नहीं होगा और भीड़ इकट्ठा होगी, उससे कोरोना तेजी से फैलेगा। लोगों को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए और मास्क पहनना चाहिए और भीड़ में जाने से बचना चाहिए। हमें इन घटनाओं को रोकने की जरूरत है।
सवाल- क्या टीकाकरण से कोरोना संक्रमण कम होगा?
जवाब- टीकाकरण गंभीर बीमारियों और मृत्यु दर को रोकेगा। इससे संक्रमण की संख्या भी कम होगी। लेकिन सिर्फ टीका लगवाने से नहीं होगा। हमें कोविड के नियमों का पालन करना होगा। हमें भीड़ में जाने से बचना चाहिए। टीकाकरण के बाद आप पार्टियों और छुट्टी मनाने नहीं जा सकते हैं। दोनों टीके प्रभावी रूप से काम कर रहे हैं।
सवाल- मुंबई में कोरोना के ज्यादा मामले क्यों आ रहे हैं?
जवाब- पहले कोविड के दौरार ज्यादातर मामले झुग्गियों से आए थे और जिसके कारण वहां इम्युनिटी ज्यादा बनीं। पर्याप्त कोविड के नियमों का पालन न करना एक बड़ी वजह है।
सवाल- आपने कहा था कि युवा ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं?
जवाब- ऐसा नहीं है कि वायरस युवाओं पर अधिक हमला कर रहा है। पर्याप्त कोविड गाइडलाइन को फॉलो किए बिना वे ज्यादा बाहर जा रहे हैं। उन्हें लगता है कि यह एक हल्की बीमारी है। लेकिन उन्हें इस बात का एहसास नहीं है कि जब वे घर वापस आते हैं, तो वे अपने माता-पिता और दादा-दादी को भी संक्रमित करते हैं।