What is the NFT? अब इससे Amitabh Bachchan - Salman Khan ने बनाया पैसा कमाने का नया प्लान
मुंबई. दुनिया तेजी से बदल रही है। ऐसे में डिजिटल एसेट को लेकर लोगों की रुचि बढ़ती जा रही है। ऐसे में एक नाम सुर्खियों में है। एनएफटी (NFT)। इसका पूरा नाम नॉन फंजिबल टोकन्स (Non Fungible Tokens) है। अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) ने अपनी पहली एनएफटी लॉन्च की घोषणा की है। उनके कलेक्शन में उनके पिता हरिवंश राय बच्चन (Harivansh Rai Bachchan) की मधुशाला (Madhushala) के पाठ सहित उनके ऑटोग्राफ वाले पोस्टर सहित कई आइटम होंगे। उम्मीद की जा रही है कि इससे वे लाखों रुपए की एक्स्ट्रा कमाई कर सकते हैं। ऐसे में आपके मन में सबसे बड़ा सवाल होगा कि आखिर ये एनएफटी (What is NFT) क्या होती है?
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NFT क्या है? इससे क्या करते हैं?
एनएफटी को समझने के लिए इसके पूरे नाम को समझने की कोशिश करते हैं। एनएफटी का पूरा नाम नॉन फंजिबल टोकन्स है। इसमें फंजिबल का मतलब होता है कि वह एसेट, जिसका हाथों से लेन-देन हो सके। नोट या सिक्के फंजिबल एसेट कहे जाते हैं। वहीं जिन एसेट का लेन-देन हाथों के जरिए नहीं किया जा सकता है उन्हें नॉन फंजिबल कहते हैं। इसकी मदद से डिजिटल की दुनिया में किसी पोस्टर, पेंटिंग या खुद की रचना, ऑडियो को खरीदा-बेचा जा सकता है। इसके बदले एक डिजिटल टोकन मिलता है, जिसे एनएफटी यानी नॉन फंजिबल टोकन कहते हैं।
NFT से क्या-क्या फायदा है?
आसान भाषा में कहें तो ये एक तरीका है, जिसके जरिए नए दौर की नीलामी प्रक्रिया की जाती है। NFT करने के लिए क्रिप्टोकरेंसी की जरूरत होती है। यानी NFT में जो ट्रांजैक्शन होगा वही क्रिप्टोकरेंसी के जरिए होगा। आप खुद NFT को खरीद या बेच नहीं सकते हैं। अब मन में सवाल आ रहा होगा कि आखिर इसकी जरूरत क्यों पड़ी। दरअसल, अगर आप खुद की किसी रचना की एनएफटी करते हैं तो उससे आपको तब तक पैसा मिलता रहेगा, जब तक वह रचना बेची जाती रहेगी। यानी ताउम्र उस रचना से आपको पैसा मिलता रहेगा। एनएफटी के जरिए आपकी रचना पर कॉपीराइट भी हो जाता है।
अमिताभ और सलमान ला रहे हैं NFT
NFT के जरिए अमिताभ बच्चन और सलमान खान अपने कलेक्शन ला रहे हैं। अमिताभ बच्चन के NFT में पिता की रचनाओं सहित उनकी मूवी के ऑटोग्राफ वाले पोस्टर भी होंगे। भारतीय क्रिकेटर दिनेश कार्तिक भी एक क्रिकेट मैच के आर्ट रील का NFT करने वाले हैं। उस मैच में उन्होंने आखिरी बॉल पर सिक्सर मारा था। इसकी बेस कीमत 15 लाख रुपए होगी।
आप ऑनलाइन एक्सजेंच या मार्केटप्लेस से NFT खरीद, बेच या क्रिएट कर सकते हैं। क्रिएटर या करेंट ऑनर प्राइज तय करता है। या उसकी नीलामी करता है। इसके बाद आप बोली लगाकर NFT ले सकते हैं। हालांकि एनएफटी रिस्की भी हो सकती है। कुछ लोगों ने एनएफटी बेचकर हजारों या लाखों डॉलर कमाए हैं। वहीं कुछ ने डिजिटल प्रॉपर्टी के लिए बहुत पैसा खर्च किया, लेकिन सब डूब गया।
एनएफटी और क्रिप्टोकरेंसी में क्या फर्क है?
एनएफटी और क्रिप्टोकरेंसी एक ही ब्लॉकचेक टेक्नोलॉजी पर काम करती हैं। एनएफटी के लिए लोगों को क्रिप्टोकरेंसी की जरूरत पड़ती है। एनएफटी और क्रिप्टोकरेंसी दोनों को अलग-अलग मकसद के लिए बनाया गया है। क्रिप्टोकरेंसी के जरिए स्टोरी की जानी वाली चीजों को खरीदा जा सकता है। वहीं एनएफटी अपनी तरह का एक अनूठा टोकन बनाता है जो बताता है कि फला डिजिटल प्रॉपर्टी पर किसका अधिकार है।
नोट- इस खबर में इस्तेमाल की गईं तस्वीरें सांकेतिक हैं।
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