PHOTOS में देखिए बेंगलुरु का शानदार एसी रेलवे स्टेशन
नई दिल्ली। बेंगलुरु का शानदार बेयाप्पनहल्ली रेलवे टर्मिनल बनकर पूरी तरह तैयार है। वैसे तो यह टर्मिनल बनकर पिछले साल ही तैयार हो गया था, मगर इस पर सेवाएं शुरू नहीं की गई थीं। कल यानी सोमवार, 6 जून से इस पर सेवाएं शुरू हो रही हैं यानी कल से ट्रेनों का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। हालांकि, टर्मिनल का उद्घाटन बाद में किया जाएगा। यह शहर का पहला एसी टर्मिनल होगा, जो देखने में पूरी तरह किसी एयरपोर्ट जैसा लग रहा है। यह टर्मिनल भारत रत्न सर एम. विश्वेश्वरैया के नाम पर है। इसे बनाने में करीब 315 करोड़ रुपए खर्च आयाा है। आइए इस टमिर्नल पर शानदार तस्वीरों के जरिए एक नजर डालें।
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सर एमवी टर्मिनल का स्ट्रक्चर देवनहल्ली में केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की वास्तुकला से प्रेरित है। टर्मिनल में रोज 50 ट्रेनों का आवागमन होगा। माना जा रहा है कि ट्रेनों के जरिए टर्मिनल पर रोज 50 हजार यात्री आएंगे।
इस टर्मिनल का यार्ड करीब चार हजार वर्ग मीटर का है। यहां से तीन साप्ताहिक ट्रेन चलेंगी। इसमें एर्नाकुलम हफ्ते में तीन दिन, कोचुवेली एक्सप्रेस हफ्ते में दो दिन और पटना हमसफर हफ्ते में एक दिन चलेगी।
इस टर्मिनल के बनने से बेंगलुरु के सिटी टर्मिनल और यशवंतपुर टर्मिनल पर यात्रियों और ट्रेनों की भीड़ कम होगी। साथ ही देश के पश्चिम और दक्षिण राज्यों के लिए और अधिक ट्रेनें चलाई जा सकेंगी।
सर एमवी टर्मिनल पूरी तरह सेंट्रलाइज्ड एसी है। इस स्टेशन पर एयरपोर्ट जैसी तमाम अत्याधुनिक सुविधाएं दी गई हैं। टर्मिनल पर सात प्लेटफॉर्म बने हैं, जो एक ओवर ब्रिज और एक सब-वे की मदद से जुड़े हैं।
इस टर्मिनल पर बड़ी सी लॉबी, वेटिंग हॉल, फूड कोर्ट, वीआईपी लाऊंज बने हैं। साथ ही, प्लेटफॉर्मों पर डिजिटल रियल टाइम सूचना प्रणाली भी मौजूद है, जिससे यात्रियों को ट्रेनों की पल-पल की जानकारी दी जा सके।
यात्रियों को स्वच्छ पानी उपलब्ध कराने के मकसद से सर एमवी टर्मिनल पर चार लाख लीटर की क्षमता वाला री-साइकलिंग यूनिट भी लगा है, जिससे गंदे पानी का शोधन होगा।
टर्मिनल में जबरदस्त बड़ी सी पार्किंग भी है। इस पार्किंग में एक बार में करीब ढाई सौ चार पहिया वाहन और 900 से अधिक दो पहिया वाहन खड़े किए जा सकेंगे।
सर एम विश्वेश्वरैया टर्मिनल ऐसा तीसरा कोचिंग टर्मिनल है, जहां से केएसआर बेंगलुरु और यशवंतपुर रेलवे स्टेशनों के बाद यात्री ट्रेनें बेंगलुरु से संचालित की जा रही हैं।
यार्ड का पूरा संचालन एक सेंट्रलाइज्ड केबिन से होगा। इस पर स्टेशन मास्टर का नियंत्रण होगा और यह वीडीयू यानी विजुअल डिस्प्ले यूनिट के माध्यम से संचालित किया जाएगा।
बेयप्पनहल्ली में सर एमवी टर्मिनल पर होस्पेट यार्ड बनाया हुआ है। यह यार्ड दक्षिण-पश्चिम रेलवे में 549 रूट को कवर करेगा और यह दूसरा सबसे बड़ा यार्ड होगा।