राडिया जन्म से ही सुन नहीं सकती, वैज्ञानिकों ने 3 डी की मदद से लैब में तैयार किया कान
पेम्ब्रोकशायर की दस साल की रडिया मिया। जन्म हुआ तो बाया कान ठीक तरीके से विकसित नहीं हुआ था। लेकिन अब उसने नाम एक बड़ी उपलब्धि जुड़ने वाली है। वह ब्रिटेन की पहली ऐसी लड़की बनने जा रही है जो पहली बार 3 डी बायोप्रिंट का इस्तेमाल करेगी। तस्वीरों में देखें कैसे तैयार किया 'कान'....
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स्वानसी यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक ऐसी तकनीक पर काम कर रहे हैं, जिससे राडिया के कुछ कार्टिलेज (हड्डियों को जोड़ने वाला पदार्थ) का इस्तेमाल कर उनके लिए नया काम के लिए 3डी बायोप्रिंट का इस्तेमाल करेंगे।
वैज्ञानिकों का कहना है कि वह उन लोगों में सबसे ऊपर है, जो हमारे इस प्रोजेक्ट का पार्ट हैं। वैज्ञानिक राडिया के नाक से कोशिकाओं को एक छोटे से सेंपल को लेंगे, जिसका इस्तेमाल काम बनाने में किया जाएगा।
रिसर्च को स्वानसी यूनिवर्सिटी मेडिकल स्कूल में प्लास्टिक सर्जरी के प्रोफेसर इयान व्हिटेकर और हेल्थ एंड केयर रिसर्च वेल्स के सर्जिकल स्पेशलिटी लीड कर रहे हैं। भविष्य में इस तकनीक का इस्तेमाल कर मानव अंग बनाए जा सकेंगे।
राडिया के पिता काफी खुश हैं। उन्होंने कहा कि इससे बेटी का आत्मविश्वास और भी ज्यादा बढ़ेगा। राडिया को बाल बांधना और कान छिदवाना पसंद है। अब उसके दोनों कान होंगे तो उसे और भी ज्यादा अच्छा लगेगा।
तीन साल के इस प्रोजेक्ट को स्कार फ्री फाउंडेशन फाइनेंस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यूके में 100 में से 1 व्यक्ति ऐसा है, जिसके चेहरे में कुछ न कुछ दिक्कत है। ये रोगियों के मेंटल कंडीशन पर बुरा प्रभाव डालता है। प्रोजेक्ट पर काम करने वाले लोगों ने कहा कि इसमें कार्टिलेज का इस्तेमाल किया जाएगा, जिस पर रोगी की अपनी स्टेम सेल्स बढ़ते हैं।