क्या स्मोकिंग करने वालों को कोरोना से है कम खतरा, जानें क्या कहती है CSIR की रिपोर्ट
काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च (CSIR) की एक स्टडी के मुताबिक धूम्रपान (Smoking) करने वाले और वेजिटेरियन (Vegetarian) लोगों में कोविड-19 के संक्रमण का खतरा कम रहता है। कोरोना वायरस भले ही सांस से जुड़ी बीमारी है। लेकिन माना जा रहा है कि स्मोकिंग इससे बचाने में सक्षम साबित हो सकता है, क्योंकि धूम्रपान से म्यूकस प्रोडक्शन बढ़ जाता है, जो फर्स्ट लाइन ऑफ डिफेंस का काम करता है।
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वेजिटेरियन (Vegetarian) लोगों को भी है कम खतरा
इसके साथ ही CSIR की स्टडी में ये भी पाया गया है कि फाइबर युक्त वेजिटेरियन खाना कोरोना के खिलाफ Immunity देता है। क्योंकि माना जाता है कि इसमें पेट के बैक्टीरिया में बदलाव करते हुए एंटी इंफ्लेमेटरी की तरह काम करने की खूबी होती है।
स्मोकिंग करने वालों को भी है संक्रमण का खतरा कम
वहीं, CSIR से पहले फ्रांस में दो स्टडी और इटली-न्यूयॉर्क और चीन ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि स्मोकिंग करने वालों में कोविड पॉजिटिव के कम खतरे की बात भी सामने आ चुकी है। अमेरिका के सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के एक स्टडी में भी ये फैक्ट्स सामने आए थे। इसमें कोविड-19 मरीजों को शामिल किया गया था, जिनकी संख्या 7000 से ज्यादा लोगों को शामिल किया गया था।
अमेरिका में 14 प्रतिशत लोग करते हैं स्मोकिंग
रिपोर्ट्स की मानें तो अमेरिका की आबादी में 14 प्रतिशत लोग स्मोकिंग करते हैं, जबकि संक्रमितों में महज 1.3% लोग ही स्मोकिंग करने वाले थे।
ब्रिटेन और फ्रांस में कितने हैं स्मोकर्स
रिपोर्ट्स में बताया गया है कि ब्रिटेन में कोविड-19 के मरीजों में स्मोकिंग करने वालों की हिस्सेदारी महज 5 प्रतिशत है। फ्रांस की एक स्टडी में कोविड-19 संक्रमितों में स्मोकिंग करने वालों की हिस्सेदारी 7.1% दिखी।
चीन में कितने लोग करते हैं धूम्रपान
वहीं, चीन में पाया गया है कि 3.8% लोग धूम्रपान करने वाले थे। स्टडी में पाया गया है कि महज 9 मरीज ऐसे थे जो धूम्रपान किया करते थे और इनमें सात ऐसे भी थे, जिन्होंने स्मोकिंग को छोड़ दिया था।
स्मोकिंग करने वालों को कम रहता है कोरोना का खतरा
स्टडी में पाया गया है कि स्मोकिंग करने वालों में कोविड-19 से संक्रमित होने का खतरा 80 प्रतिशत कम रहता है।