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Fabiflu 400 एंटी-कोविड दवा बनी सबसे ज्यादा बिकने वाली फार्मा ब्रांड, एक साल में इतनी हुई बिक्री
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ग्लेनमार्क द्वारा विकसित की गई Fabiflu 400
Fabiflu 400 को मुंबई आधारित ग्लेनमार्क कंपनी द्वारा विकसित किया गया। पिछले महीने यानी कि अप्रैल में इसने 352 करोड़ तक की बिक्री की।
अप्रैल महीने में सबसे ज्यादा बिकने वाली दवा Fabiflu 400
अपनी इसी बिक्री के साथ कोविड-19 के इलाज के लिए Fabiflu 400 अप्रैल महीने में सबसे ज्यादा बिकने वाला ब्रांड बन गया। इसी लिस्ट में हेल्थ सप्लीमेंट 'जिंकोविट' और पेन किलर 'डोलो' भी शामिल हैं।
पिछले साल अक्टूबर में सबसे ज्यादा बिका हेल्थ सप्लीमेंट
कोरोना महामारी के दौरान पिछले साल अक्टूबर में Zincovit सबसे ज्यादा बिकने वाला फार्मा ब्रांड बना था। वहीं, इस साल Monocef, Dolo and Betadine अहम भूमिका निभा रहे हैं।
एंटी डायबिटिक दवा से भी ज्यादा बिक्री हुई Fabiflu 400 की
फार्मा रिसर्च फर्म AIOCD के आंकड़ों की मानी जाए तो अप्रैल तक 12 महीने की समयावधि में Fabiflu 400 ने 762 करोड़ रुपए की बिक्री की। इसकी बिक्री एंटी-डायबिटिक दवा, ग्लाइकोमेट-जीपी की 564 करोड़ रुपए से भी ज्यादा थी।
फरवरी में आई थी बिक्री में कमी
ग्लेनमार्क ने सितंबर में सबसे अधिक मासिक बिक्री की। यह करीब 60 करोड़ की थी। इसके बाद कोरोना केस कम होने से बिक्री में कमी देखी गई। मार्च के मध्य में बिक्री में तेजी देखी गई, क्योंकि फरवरी में मामले बढ़ने लगे, जबकि फरवरी में बिक्री में कमी आई।
ग्लेनमार्क के चेयरमैन और MD क्या बोले?
ग्लेनमार्क कंपनी के चेयरमैन और MD ने कहा कि 'हमारी शुरुआत से सुरक्षित और असरदार उपचार देने की कोशिश की है। हम देश, हॉस्पिटल्स और हेल्थ केयर सिस्टम से सारा बोझ जल्द से जल्द हटा देना चाहते हैं।'
जापान समेत कई देशों में Favipiravir ने दिए अच्छे परिणाम
Favipiravir एक एंटीवायरल है, जिसने जापान समेत कई देशों में अच्छे परिणाम दिए। कोविड-19 के इलाज के लिए इस दवा का डॉक्टरों द्वारा नियमित किया गया। वहीं, कोरोना की दूसरी लहर के दौरान भी इसकी बिक्री में काफी उछाल देखने के लिए मिला।
भारत ने पिछले साल जून में किया अप्रूव
कोरोना का एंटीवायरल ड्रग भारत में पिछले साल जून में अप्रूव किया था। इसे restricted emergency authorisation के तहत परमिशन दी गई थी।
30 कंपनियां कर रहीं Favipiravir को प्रोड्यूस
सन फार्मा, सिपला, अबोट, ऐलकम, डॉ. रेड्डी, हिटेरो, ब्रिंटोन, जेनबर्क्ट, लासा सुपरजेनरिक्स, डेलक्योर और स्ट्रीडस फार्मा जैसी 30 कंपनियां Favipiravir का उत्पादन कर रही हैं। ग्लेनमार्क की ओर से गोलियों के भी बोझ को कम किया गया है। कंपनी की ओर से 400 और 800 Mg का ऑप्शन दिया गया है।