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जो सुन-बोल नहीं सकता है, उस मन्नू को बना दिया अब्दुल, जानें कैसे चलती है धर्म परिवर्तन की दुकान
लखनऊ. उत्तर प्रदेश पुलिस की एटीएस ने सोमवार को एक ऐसे रैकेट को पकड़ा, जो उन गरीब बच्चों का धर्म परिवर्तन कराना था, जिनकी सुनने और बोलने की क्षमता खत्म हो चुकी है। आरोपी की पहचान मोहम्मद उमर गौतम के रूप में हुई है। ये बटला हाउस इलाके का रहने वाला है और उसने खुद भी धर्म परिवर्तन किया है। दिल्ली के जामिया नगर में इस्लामिक दावा सेंटर (आईडीसी) के अध्यक्ष मुफ्ती काजी जहांगीर कासमी भी कथित तौर पर धर्म परिवर्तन में शामिल हैं। ऐसे में एक ऐसे लड़की की कहानी सुनाते हैं जो न तो बोल सकता है और न ही सुन सकता है। जानें कैसे चलती है धर्म परिवर्तन की दुकान...
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जी न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 22 साल के इस लड़के का नाम मन्नू यादव है। ये न सुन सकता है न बोल सकता है। एक एफिडेविट के जरिए मन्नू को अब्दुल मन्ना बना दिया गया। सर्टिफिकेट के मुताबिक, मन्नू यादव को 11 जनवरी को अब्दुल बनाया गया।
सर्टिफिकेट में लिखा है कि मन्नू यादव ने हिंदू धर्म छोड़कर इस्लाम कबूल किया है। इसपर काजी के साइन और इस्लामिक दावा सेंटर की मुहर भी लगी है। सर्टिफिकेट में लिखा है कि जिले की एसडीएम या नोटरी एफिडेविट के आधार पर ये सर्टिफिकेट जारी किया गया है।
सर्टिफिकेट में लिखी है गलत तारीख
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सर्टिफिकेट में तारीख 11 नवंबर 2021 लिखी गई है। ये तारीख एक नहीं बल्कि जो जगहों पर लिखी है। ऐसे में इसकी कम ही संभावना रह जाती है कि तारीफ को गलती से लिखा गया होगा।
किसी अधिकारी ने नहीं की पते की जांच
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिस नोटरी एफिडेविट के आधार पर सर्टिफिकेट जारी हुआ है, उसमें गुरुग्राम का पता है। परिवार का कहना है कि किसी भी विभाग से कोई अधिकारी इस पते की जांच करने नहीं पहुंचा।
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ एनएसए लगाने के निर्देश दिए हैं। पुलिस ने कहा कि 1,000 से अधिक लोगों को जबरन इस्लाम में परिवर्तित करने के आरोप में दिल्ली से दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था। आरोपियों की संपत्तियों को जब्त करने का भी आदेश दिया गया है।