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भीषण हादसा कि काटने पड़े थे दोनों हाथ, लेकिन सालों बाद डॉक्टर्स ने कर दिया ऐसा चमत्कार, चौंकाने वाली Photos
नई दिल्ली. दुनिया के पहले डबल आर्म ट्रांन्सप्लान्ट कराने वाले व्यक्ति ने खुलासा किया है कि उसकी सर्जरी सफल रही। आइसलैंड के कपावोगुर शहर के रहने वाले 49 साल के फेलिक्स ग्रेटरसन के साथ साल 1998 में हादसा हुआ था। बिजली की लाइन ठीक करने की कोशिश के दौरान करंट लगने से अपने दोनों हाथ गंवा दिए थे। तस्वीरों में देखें, कितना दर्दनाक था हादसा...
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फेलिक्स के दोनों हाथ जल गए थे। डॉक्टरों को उसका 54 बार ऑपरेशन करना पड़ा था। वे तीन महीने तक कोमा में थे। चोटें इतनी गंभीर थीं कि डॉक्टरों को उसकी जान बचाने के लिए उसके दोनों हाथ काटने पड़े थे।
2007 में फेलिक्स ने आइसलैंड विश्वविद्यालय में एक कार्यक्रम में प्रसिद्ध सर्जन डॉक्टर जीन मिशेल डबरनार्ड का एक विज्ञापन देखा। डॉक्टर डबरनार्ड ने उन्हें बताया कि ऑपरेशन से ठीक किया जा सकता है, लेकिन तैयारी के लिए फ्रांस जाना पड़ेगा।
सर्जन ने चार साल बाद उनका एप्लीकेशन स्वीकार कर लिया, जिसके बाद उन्होंने ऑपरेशन के लिए पैसे जुटाना शुरू कर दिया।
इस साल 12 जनवरी को 23 साल बाद फेलिक्स का 15 घंटे की सर्जरी में डबल आर्म और शोल्डर ट्रांसप्लांट हुआ था।
सैकड़ों घंटे के रीहैबिटनेशन काम के बाद फेलिक्स अब अपनी बाहें हिला सकते हैं। वह अब पहली बार अपने बच्चों और अपनी पत्नी और पोते-पोतियों को गले लगाने में सफल रहे।
उन्होंने कहा, ये बहुत कष्टदायी थी। यह ऐसा था जैसे मेरे हर कंधे पर दो ट्रक खड़े थे। अस्पताल में भर्ती होने के बाद मुझे लग रहा था कि ये दुनिया के अंत की तरह है। नसों के बढ़ने पर थोड़ा दर्दनाक हो सकता है। अगर आप मेरी बांह को दबाते हैं तो मैं महसूस नहीं कर सकता। लेकिन मैं नसों को महसूस कर सकता हूं।
उन्होंने कहा, मैं कोहनी को पानी में घुमा रहा हूं। मेरे बाइसेप्स अब काम कर रहे हैं। वह भी सिर्फ पांच महीने बाद। मैंने अभी देखा कि मेरी बाहों में नसें गर्मी में फैलने लगी हैं। मैं काम कर रहा हूँ।
डॉक्टरों ने कहा कि नसें हर दिन औसतन एक मिलीमीटर बढ़ती हैं। उनका अनुमान है कि एक साल में नसें उसकी कोहनी तक पहुंच जाएंगी। फेलिक्स ने कहा, मैंने कुछ ऐसा हासिल किया है जो संभव नहीं था। मैं बहुत ज्यादा खुश हूं।