7 VIP आम के पेड़ की सिक्यूरिटी में लगे 4 गार्ड-6 खूंखार डॉग, एक Kg आम की कीमत 2.70 लाख रु.
मध्यप्रदेश के जबलपुर में रहने वाले एक दंपति ने एक दुर्लभ किस्म के आमों की खेती की है। जिसे अंतरराष्ट्रीय बाजार में दुनिया का सबसे महंगा माना जाता है। रानी और संकल्प परिहार ने कहा कि उन्होंने कुछ साल पहले सिर्फ दो आम के पौधे लगाए थे। यह आम माणिक रंग का है। ये जापान का फेमस मियाजाकी आम है। जो आम की सबसे महंगी किस्मों में से एक है। इसे पिछले साल इंटरनेशनल मार्केट में 2.70 लाख रुपये प्रति किलोग्राम के भाव से बेचा गया था।
कपल ने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया- वो एक बार चेन्नई जा रहे थे, उसी समय ट्रेन में एक व्यक्ति ने उन्हें आम के दो पेड़ दिए थे। उस समय इस बात का अंदाजा नहीं था कि वे मियाज़ाकी आम हैं। उन्होंने मुझे ये पौधे भेंट करते हुए कहा- इस पेड़ का बच्चों की तरह ध्यान रखना। पौधा तो मैंने लगा दिया, लेकिन इसके बढ़ने और इसके कलर को लेकर मैं हैरान था। यह रूबी कलर का था। चूंकि किस्म का असली नाम नहीं पता था, इसलिए हम उसका नाम दामिनी रख दिया। बाद में इस किस्म के बारे में रिसर्च करने पर असली नाम का पता चला लेकिन आज भी मेरे लिए यह दामिनी है।
कपल के मुताबिक, लोकल मार्केट में आम को बेचने में भी दिक्कत आने लगी थी, क्योंकि इतना ज्यादा दाम कोई देने को तैयार नहीं था। साथ ही, फल इतना आकर्षक था कि देखने वालों का मन ललचाने लगा था। आसपास के लोग आम को चुरा ले जाते थे। इसलिए हमें आम के 7 पेड़ की सिक्योरिटी के लिए 4 गार्ड और 6 खूंखार डॉग को हायर करना पड़ा। आइए जानते हैं मियाजाकी आम के बारे में और भी बहुत कुछ...
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कहां होता है आम - ये आम जापान के क्यूशू प्रान्त में मियाज़ाकी शहर में उगाए जाते हैं। मियाज़ाकी शहर में होने के कारण इसे मियाज़ाकी आम कहते हैं। इन आमों का वजन 350 ग्राम से अधिक होता है। इनमें चीनी की मात्रा 15% या अधिक होती है।
इसे सूर्य का अंडा भी कहते हैं - आम की सामान्य किस्मों की तुलना में अपने अलग रूप और रंग के लिए लोकप्रिय है। यह भारत और दक्षिण पूर्व एशिया में लोकप्रिय है। फल का रंग ruby-coloured का है। इन आमों को "सूर्य का अंडा" भी कहा जाता है। इसे जापानी में ताइयो-नो-तमागो भी कहा जाता है।
दुनिया का सबसे महंगा आम - जापान में मियाज़ाकी स्थानीय उत्पादों (local products) और व्यापार संवर्धन केंद्र के अनुसार, ये आम अप्रैल और अगस्त के दौरान उगाए जाते हैं। जापानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मियाज़ाकी आम दुनिया में सबसे महंगे हैं और पिछले साल अंतरराष्ट्रीय बाजार में 2.70 लाख रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से बिके थे।
इन लोगों के लिए होता है मददगार - मियाज़ाकी एक प्रकार का "इरविन" है जो दक्षिण पूर्व एशिया में व्यापक रूप से उगाए जाने वाले पीले "पेलिकन आम" से अलग है। मियाज़ाकी के आम पूरे जापान में भेजे जाते हैं, और ओकिनावा के बाद जापान में उनका उत्पादन मात्रा दूसरे स्थान पर है। रेड प्रमोशन सेंटर ने कहा कि ये आम एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होते हैं। इसमें बीटा-कैरोटीन और फोलिक एसिड होता है, जो उन लोगों के लिए बहुत अच्छा है, जो tired eye से परेशान होते हैं।
कब शुरू हुआ था उत्पादन - मियाज़ाकी में आम का उत्पादन 70 के दशक के अंत और 80 के दशक की शुरुआत में शुरू हुआ था। शहर के गर्म मौसम, लंबे समय तक धूप और भरपूर बारिश ने मियाज़ाकी के किसानों को आम की खेती के लिए ज्यादा संभव बना दिया। यह अब यहां की प्रमुख उपज है। मियाज़ाकी आमों को पूरे द्वीप राष्ट्र में निर्यात करने से पहले एक सख्त जांच और परीक्षण किया जाता है। उच्चतम गुणवत्ता मानक पास करते हैं, उन्हें "अंडे का सूर्य" कहा जाता है। इनका आकार डायनासोर के अंडे जैसा दिखता है।