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4.5 से 5 पीढ़ी तक के Top 10 फाइटर जेट.. जो दुश्मन के छुड़ा दे छक्के, जानिए इनकी ताकत और खासियत
ट्रेंडिंग डेस्क। Air Force Day 2022: वायुसेना यानी एयरफोर्स किसी भी देश की ताकत होती है। भारत में एयर फोर्स डे (Air Force Day) पर वायुसेना प्रमुख वीआर चौधरी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि लड़ाकू क्षमता बनाए रखने के लिए एडवांस्ड फाइटर जेट विमान शामिल करना जरूरी हो गया है। उन्होंने शनिवार को चंडीगढ़ एयरफोर्स स्टेशन पर आयोजित कार्यक्रम में लड़ाकू विमानों की क्षमता बढ़ाने के लिए 4.5 जेनरेशन के फाइटर जेट शामिल करना जरूरी है। आइए तस्वीरों के जानते हैं दुनिया के टॉप-10 फाइटर जेट और उनकी खासियत।
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अमरीका का लॉकहीड मार्टिन एफ-35 लाइटनिंग फाइटरजेट इस समय पहले स्थान पर है। यह एक पायलट विमान है, जिसकी लंबाई 51.4 फीट, विंगस्पैन 35 फीट और ऊंचाई 14.4 फीट है। इसकी अधिकतम स्पीड 1975 किमी प्रतिघंटा है। वहीं, काम्बेट रेंज 1239 किमी है। 50 हजार फीट की अधिकतम ऊंचाई तक यह उड़ान भर सकता है। इसमें चार बैरल वाली 25 मिमि की रोटरी कैनन लगी है। यह एक मिनट में 180 गोली फायर करती है। 4 अंदरूनी और 6 बाहरी हार्ड प्वाइंट्स हैं। हवा से हवा में, हवा से जमीन पर, हवा से पानी के जहाज पर वार कर सकती है। एंटी मिसाइल और चार तरीके के बम लगाए जा सकते हैं। इसके 750 प्लेन बन चुके हैं और 11 देशों में इसकी आपूर्ति भी हो चुकी है। कुछ और देशों से भी डिमांड की जा रही है। हालांकि, इसकी स्पीड और कंट्रोलिंग को लेकर अब भी कुछ विवाद हैं।
रूस के पहला स्टील्थ एयरक्रॉफ्ट सुखोई सू-57 फेलन को एक पायलट उड़ाता है। यह हवा से हवा, हवा से सतह, एंटी शिप, एंटी रेडिएशन, गाइडेड और अनगाइडेड वार कर सकता है। इस पर एंटी टैंक बम, एक्टिव होमिंग बम और क्लस्टर बम लगाए जा सकते हैं। इसमें 30 मिमि की ऑटोकैनन लगी है, जबकि 12 हार्ड प्वाइंट्स हैं, जिनमें 6 अंदर और 6 बाहर हैं। एक पायलट से उड़ने वाले जेट की लंबाई 65.11 इंच है, जबकि विंगस्पैन 46.3 फुट और ऊंचाई 15.1 फुट है। अधिकतम गति 2135 किमी प्रतिघंटा है। सुपरसोनिक रेंज 1500 किमी तक है और 66 हजार की अधिकतम ऊंचाई पर उड़ान भर सकता है।
चीन का चेंगदू जे-20, जिसे जे-20 माइटी ड्रैगन भी बुलाते है। यह काफी भारी, मगर ताकतवर फाइटर जेट है। बिना हथियार और ईंधन के इसका वजन 17 हजार किलोग्राम है। इसकी स्पीड 2450 किमी प्रतिघंटा है। कांबेट रेंज दो हजार किमी है, जबकि ऑपरेशनल रेंज साढ़े पांच हजार किमी है। यह 66 हजार की अधिकतम ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है। इसमें छह तरह की मिसाइलें अंदर लग सकती है, जबकि चार हार्डप्वाइंट्स विंग्स पाइलॉन्स में हैं। इसे अमरीका के एफ-22 और रूस के सू-57 से मुकाबले के लिए बनाया गया है। एक पायलट से उड़ने वाले इस विमान की लंबाई 69.7 फुट, विंग स्पैन 42.8 फुट और ऊंचाई 15.5 है।
अमरीका के लॉकहीड मार्टिन एफ-22 रेप्टर को क्लोज रेंज डागफाइटिंग और बियॉन्ड विजुअल रेंज के लिए जाना जाता है। इसमें 20 मिमि का वल्कन रोटरी कैनन लगा है, जबकि 4 अंडर विंग हार्ड प्वाइंट्स हैं। इसमें हवा से हवा और हवा से जमीन पर मार करने वाली आठ-आठ मिसाइल लगी हैं। एक पायलट से उड़ने वाले इस जेट की लंबाई 62.1 फुट, विंग स्पैन 44.6 फुट और ऊंचाई 16.8 फुट है। इसकी स्पीड 2414 किमी प्रति घंटा है। कांबेट रेंज में यह साढ़े आठ सौ किमी और फेरी रेंज में 3200 किमी तक है, जबकि 65 हजार की अधिकतम ऊंचाई तक यह उड़ सकता है।
चीन के शेनयांग एफसी-31 कैरियर बॉर्न फाइटर जेट खतरनाक जेट माना जाता है। इसमें 6 हार्ड प्वाइंट्स लगे हैं, जो हवा से हवा से हवा से सतह पर वार कर सकते हैं। इसमें मिसाइलें और बम लगाए जा सकते हैं। एक पायलट से उड़ने वाले इस जेट की लंबाई 56.9 फुट है, जबकि विंग स्पैन 37.9 फुट और ऊंचाई 15.9 फुट है। इसकी अधिकतम स्पीड 2205 किमी प्रतिघंटा है। वहीं, कांबेट रेंज में 12 सौ किमी तक जा सकता है, जबकि इसकी अधिकतम उड़ने की क्षमता 52 हजार फुट तक हैं।
अमरीका के बोइंग एफ-15 ईएक्स ईगल-2 को जबरदस्त फाइटर जेट माना जाता है। इसे एफ-16 भी कहते हैं। इसमें 20 मिमि की गैटलिंग कैनन लगी है। 4 विंग्स पाइलोंस, फ्यूसलेज पाइलोंस, बॉम्ब रैक्स लगे हैं। हवा से हवा और हवा से जमीन पर मार करने वाली मिसाइलें इसमें लगाई जा सकती हैं। यही नहीं इसमें 17 अलग-अलग तरह के बम भी लगाए जा सकते हैं। दो पायलट वाले इस फाइटर जेट की लंबाई 63.9 फुट है, जबकि विंग स्पैन 42.9 फुट और ऊंचाई 18.6 फुट है। यह अधिकतम 2656 किमी प्रतिघंटा की स्पीड से उड़ सकता है और कांबेट रेंज में 1272 किमी तक जा सकता है। यह 60 हजार फुट की अधिकतम ऊंचाई तक उड़ सकता है।
फ्रांस के दसां राफेल को एक या दो पायलट उड़ाते हैं। इसमें 30 मिमि की ऑटोकैनन लगी है, जो 125 राऊंड फायरिंग प्रति मिनट करती है। इसमें 14 हार्ड प्वाइंट्स हैं और हवा से हवा, हवा से सतह पर वार करने के अलावा न्यूक्लियर डेटरेंस मिसाइल इसमें लगाई जा सकती है। इसके अलावा, कई अलग-अलग बम भी इसमें फीट किए जा सकते हैं। इस फाइटर जेट की लंबाई 50.1 फुट लंबी है। विंग स्पैन 35.9 फुट और ऊंचाई 17.6 फुट है। इसकी स्पीड 1912 किमी प्रतिघंटा है और कांबेट रेंज में 1850 किमी तक जा सकती है। इसकी ऑपरेशनल रेंज 3700 किमी है। यह करीब 52 हजार फुट की ऊंचाई तक उड़ सकता है।
यूरोप के यूरोफाइटर टाइफून में दो वेरिएंट हैं। ये एक पायलट जेट भी है और 2 पायलट जेट भी। एक पायलट जेट की लंबाई 52.4 फुट, विंगस्पैन 35.4 फुट और ऊंचाई 17.4 फुट है। इसकी स्पीड 2125 किमी प्रतिघंटा है। कांबेट रेंज में यह 1389 किमी तक जा सकता है। इसमें 13 हार्ड प्वाइंट्स है। ये हवा से हवा और हवा से सतह तक पर मार कर सकता है। इससमें एंटी शिप मिसाइलें लगी हैं और 6 तरह के बम लगाए जा सकते हैं। इसकी ऑपरेशनल रेंज 2900 किमी है। यह अधिकतम 65 हजार फुट की ऊंचाई पर उड़ सकता है।
रूस का यह सुखोई सू-35 एस फाइटर जेट एक पायलेट विमान है। इसकी लंबाई 71.10 फुट है, जबकि विंग स्पैन 50.2 फुट है और ऊंचाई 19.4 फुट है। इसमें 30 मिमि की आटो कैनन लगी है, जो 150 राउंड फायरिंग एक मिनट में कर सकती है। इसमें 12 हार्ड प्वाइंट्स हैं। यह हवा से हवा और हवा से सतह पर वार कर सकता है। इसमें एंटी शिप और एंटी रेडिएशन मिसाइल लगाई जा सकती है। इसमें 6 तरह के गाइडेड बम लग सकते हैं। इसकी अधिकतम स्पीड 2400 किमी प्रति घंटा है और कांबेट रेंज 3600 किमी है। यह अधिकतम 59 हजार फुट की ऊंचाई तक उड़ सकता है।
स्वीडन में बना साब जेएएस 39ई ग्रिपेन को लो बजट फाइटर जेट भी कहते हैं। इसमें दस हार्ड प्वाइंट्स लगे हैं। मिसाइल और बम लगाए जा सकते हैं। 27 एमएम का माउजर रिवॉल्वर कैनन लगा है, जो एक प्रति मिनट 120 राउंड तक फायर कर सकता है। एक पायलट वाले इस जेट की लंबाई 49.10 फुट है, जबकि विंग स्पैन 28.3 फुट है। इसकी ऊंचाई 14.9 फुट है। यह एक बार में 72 हजार किलोग्राम के वजन तक के हथियार ले जा सकता है। इसकी अधिकतम स्पीड 2460 किमी प्रतिघंटा है और कांबेट रेंज में 1500 किमी तक जा सकता है। यह अधिकतम 52 हजार फुट की ऊंचाई तक उड़ सकता है।