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खुद को वर्कहॉलिक कहलाना पसंद करते हैं नरेंद्र मोदी, 10 फोटो में जानिए उनके जीवन से जुड़े रोचक तथ्य
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प्रधानमंत्री मोदी को करीब से जानने वालों की मानें तो वे शुरू से काफी विद्रोही रहे हैं और यही वजह है कि जब उनके माता-पिता ने कम उम्र में उनकी शादी का फैसला लिया, तो वे उन्हीं के खिलाफ खड़े हो गए।
उनके बारे में कहा-सुना जाता है कि वे एक बार जो ठान लेते हैं, वे करके रहते हैं और अंत तक अपना फैसले पर अडिग रहते हैं। शादी भी ऐसा ही फैसला रहा। जब माता-पिता ने शादी का फैसला कर ही लिया, तब वे विद्रोह कर बैठे।
माता-पिता के फैसले से प्रधानमंत्री मोदी को कई तरह की परेशानियों की सामना करना पड़ा, मगर वे जो ठान चुके थे, वहीं करना चाहते थे और अंत में उन्होंने अपना जीवन अकेले जीने का फैसला किया और अब तक उसी पर कायम हैं।
प्रधानमंत्री के बारे में बहुत से लोग कहते रहे हैं कि वे फोटो खिंचवाने के शौकीन हैं। हालांकि, इस तथ्य की अब तक पुष्टि तो नहीं हुई, मगर यह जरूर तय बात है कि वे फोटोग्रॉफी के शौकीन हैं।
उनके पास अपनी क्लिक की हुई तस्वीरों का शानदार कलेक्शन भी है। यही नहीं, प्रधानमंत्री मोदी को लिखने-पढ़ने का भी खूब शौक है। उन्होंने कई कविताएं लिखी हैं और गुजराती भाषा में कुछ किताबें भी लिखी हैं।
प्रधानमंत्री मोदी नशे के जबरदस्त खिलाफ रहे हैं। उन्होंने अपना जीवन हमेशा आध्यात्मिक और बेहद सरल तरीके से जिया है। कभी धूम्रपान नहीं किया और शराब को हाथ तक नहीं लगाया।
प्रधानमंत्री मोदी के संबंध में एक बात और मशहूर है कि उन्होंने अपने कामकाजी जीवन में कभी भी छुट्टी नहीं ली। बिना छुट्टी लिए वे 13 साल से लगातार काम कर रहे हैं। वे खुद को वर्कहॉलिक कहलाना पसंद करते हैं।
वह सबसे पहले काम को तवज्जो देते हैं। इसके बाद ही कोई अन्य चीज प्राथमिकता सूची में शामिल होती है। दिलचस्प यह है कि वे इस जीवनकाल में कभी इतने बीमार भी नहीं हुए कि उन्हें छुट्टी लेने की नौबत आए।
नशे से दूर रहने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मांसाहार से भी दूर रहते हैं और वे सादा जीवन उच्च विचार फॉर्मूले पर भरोसा करते हैं। वे सिर्फ और सिर्फ शाकाहारी भोजन ही करते हैं।
वे रोज सुबह योग अभ्यास करते हैं। धार्मिक क्रियाकलापों में भी वे पूरी सक्रियता से शामिल होते हैं और धार्मिक गतिविधियों में सक्रिय रहते हैं।