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World Braille Day: क्या दृष्टिहीन (अंधे) लोगों को दिखते हैं सपने? 5 स्लाइड्स में जानें चौंकाने वाले फैक्ट्स
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सुनने की क्षमता आम लोगों की तरह
अक्सर लोग कहते हैं कि दृष्टिहीन व्यक्ति की सुनने की क्षमता आम इंसान से ज्यादा होती है पर ये गलत है। दरअसल, दोनों की सुनने की क्षमता में कोई अंतर नहीं होता बस फर्क केवल ध्यान केंद्रित करने का है। आम इंसान जहां किसी चीज को देखते हुए दृश्य और उसे दिख रही बाकी चीजों पर अपना ध्यान लगाता है, तो वहीं नेत्रहीन व्यक्ति केवल और केवल आवाजों को गहराईयों से सुनता है।
दृष्टिहीन या अंधे लोग भी देखते हैं सपना
सुनने में अटपटा लगे पर ये सच है, दृष्टिहीन लोगों को सपने दिखाई देते हैं। जिन लोगों की आंखों की रोशनी एक उम्र के बाद चली जाती है, उन्हें अपने पुराने अनुभवों के आधार पर कुछ समय तक सपने दिखाई देते हैं, जो धीरे-धीरे धुंधले पड़ने लगते हैं। वहीं अगर व्यक्ति जन्म से ही अंधा है, तो उन्हें सपने में चीजें सुनाई देने के साथ महसूस होती हैं।
नेत्रहीन व्यक्ति चलाते हैं मोबाइल-कंप्यूटर
लोग अक्सर सोचते हैं कि नेत्रहीन व्यक्ति मोबाइल व कंप्यूटर नहीं चला सकते पर ऐसा नहीं है। ब्रेल लिपि की मदद से दृष्टिहीन व्यक्ति आसानी से कंप्यूटर चला सकते हैं। इसके साथ वे टेक्स्ट रीडर की मदद से अपना मोबाइल व कंप्यूटर भी चला सकते हैं।
जरूरी नहीं कि दृष्टिहीन को आंखों में अंधेरा नजर आए
अक्सर लोग अपनी आंख बंद करके महसूस करने की कोशिश करते हैं कि एक दृष्टिहीन व्यक्ति को कैसा अनुभव होता होगा। लोग सोचते हैं कि उन्हें भी वैसा ही महसूस होता होगा, जैसा आंख बंद करने पर होता है पर ये सच नहीं है। कई दृष्टिहीन लोगों को उनकी समस्या के आधार पर आंख में अलग-अलग रंग व रोशनी का एहसास हो सकता है। अंधापन भी कई तरह का होता है, जिसमें कई लोगों को कुछ छवियां नजर आती है लेकिन रेटीना पर ठीक से रोशनी नहीं पड़ने पर सिर्फ धुंधली आकृतियां दिखती हैं। वहीं पूरी तरह से अंधे व्यक्ति को भी जरूरी नहीं कि काला रंग या अंधेरा नजर आए, क्योंकि जन्म से अंधा व्यक्ति ये बात बता ही नहीं सकता कि कौन सा रंग उसकी आंखों पर पड़ रहा है।
जरूरी नहीं कि दृष्टिहीन व्यक्ति ऐसा दिखे
अक्सर लोग सोचते हैं कि दृष्टिहीन लोगों की आंखों में कोई न कोई समस्या नजर आती है, वे बिना नेत्र के या बंद नेत्र वाले होते हैं। जबकि ये पूर्णत: गलत है। डॉक्टर्स के मुताबिक आम इंसानों की तरह दिखने वाले लोग भी दृष्टिहीन होते हैं जिनकी कई वजहों से आंखों की रोशनी चली जाती है। ऐसे लोगों के साथ ये भी समस्या होती है कि उनके दृष्टिहीन होने पर लोग शक करते हैं।