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जनता से चोरों की तरह छिपते फिर रहे इस देश के राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री, फोटो में देखें सड़कों पर मचा तांडव
कोलंबो। श्रीलंका में जिस बात का डर था, वही हुआ। हालात सुधरने की राह तकते-तकते जनता की आंखें पथरा गईं। जब उम्मीद पूरी खत्म हो गई तो गुस्सा फट पड़ा। देश की करीब सवा दो करोड़ जनता यह मान रही है कि इस बुरे हालात के जिम्मेदार वे 226 लोग हैं, जिन्हें गद्दी पर बिठाया गया और उनके तथा देश हित में फैसले लेने की पूरी छूट दी गई थी। हालात नहीं सुधरे तो जनता ने उन्हें सबक सिखाने की ठान ली और अब देश के राष्ट्रपति से लेकर प्रधानमंत्री तक चोरों की तरह छिपते फिर रहे हैं। राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे सरकारी आवास छोड़कर फरार हो गए और प्रदर्शनकारी आवास में कब्जा करके स्विमिंग पूल में मस्ती कर रहे हैं। जबकि प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे को प्रदर्शनकारियों के गुस्से से बचाने के लिए सुरक्षाकर्मी किसी सुरक्षित जगह ले गए हैं। आइए तस्वीरों के जरिए श्रीलंका के हालात पर नजर डालते हैं।
| Published : Jul 09 2022, 08:50 PM IST
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श्रीलंका में हालात बेहद खराब हो चुके हैं। इस बीच प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। जनता के गुस्से से बचाने के लिए सुरक्षाकर्मी उन्हें सुरक्षित जगह पर ले गए हैं।
प्रधानमंत्री ने रानिल विक्रमसिंघे ने शनिवार को आपात बैठक बुलाई और इस्तीफा देने का ऐलान किया। साथ ही, अब वहां सर्वदलीय सरकार बनाने की कोशिश हो रही है।
इससे पहले, रानिल विक्रमसिंघे ने राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे से भी इस्तीफा देने की अपील की। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि राष्ट्रपति ने पद से इस्तीफा दिया है या नहीं।
श्रीलंका में हालात पिछले चार महीने से काफी खराब हो गए थे। यहां पेट्रोल और डीजल तथा दूसरे ईंधन को जनता में देने से रोक दिया गया था। यह अवधि दस जुलाई तक के लिए तय थी।
सरकार ने दो हफ्ते पहले फैसला लिया था कि सभी आवश्यक सेवाओं और सरकार की जरूरत के लिए ही ईंधन और पेट्रोल-डीजल वितरित होगा। आम जनता को यह नहीं दिया जाएगा।
हालांकि, सुरक्षाकर्मी सड़क पर उतरी आक्रोशित जनता से सख्ती से निपट रही है। उन्हें समझाने के बजाय आंसू गैस के गोले छोड़े जा रहे और लाठीचार्ज किया जा रहा है।
आक्रोशित जनता की मांग है कि राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे को इस्तीफा देना चाहिए। इससे पहले बीते 11 मई को श्रीलंका के पूर्व पीएम महिंदा राजपक्षे ने इस्तीफा दिया था।
उस समय भी हालात ऐसे हो गए थे कि महिंदा राजपक्षे को अपना घर छोड़कर भागना पड़ा था। बाद में प्रदर्शनकारियों ने उनके पैतृक आवास में आग लगा दी थी।
वहीं, शनिवार को आक्रोशित जनता राष्ट्रपति भवन में घुस गई। इससे पहले वहां से राष्ट्रपति भाग गए थे। आवास में घुसे लोगों ने स्विमिंग पूल में खूब मजे किए।