- Home
- States
- Uttar Pradesh
- लंबी होती जा रही विकास दुबे के मित्र पुलिसवालों की लिस्ट, अब तक एसओ समेत चार सस्पेंड; हो रही पूछताछ
लंबी होती जा रही विकास दुबे के मित्र पुलिसवालों की लिस्ट, अब तक एसओ समेत चार सस्पेंड; हो रही पूछताछ
कानपुर(Uttar Pradesh). उत्तर प्रदेश के कानपुर स्थित चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव में एक सीओ समेत आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के आरोपी विकास दुबे की कुंडली खंगाल रही पुलिस टीम के सामने चौंकाने वाले मामले सामने आ रहे हैं। मामले में विकास को पुलिस मूवमेंट की सूचना देने के मामले में अब तक SSP कानपुर दिनेश कुमार पी ने एसओ चौबेपुर समेत कुल चार लोगों को सस्पेंड कर दिया है। इस मामले में यह पता चला कि चौबेपुर थाने के ही कुछ लोगों ने विकास से मुखबिरी की थी, जिसके बाद गैंगस्टर ने अपने असलहाधारी गुर्गों के साथ घात लगाकर पुलिस टीम पर हमला किया था।
- FB
- TW
- Linkdin
आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में गैंगेस्टर विकास दुबे की कुंडली खंगाल रही पुलिस को अपने ही विभाग में विकास दुबे के कई कनेक्शन मिल रहे हैं। विकास के पुलिस मित्रों की लम्बी फेहरिस्त के सामने आने के बाद विभागीय अधिकारी भी सकते में हैं।
पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए विकास के विश्वासपात्र नौकर दयाशंकर अग्निहोत्री ने भी इस बात की पुष्टि की है कि पुलिस मूवमेंट की सूचना के लिए थाने से ही फोन आया था, जिसके बाद विकास ने अपने हथियारबंद गुर्गों को फोनकर बुला लिया था।
इस मामले में अभी तक एसओ चौबेपुर विनय तिवारी समेत थाने के दो एसआई कुंवर पाल और कृष्ण कुमार शर्मा एवं सिपाही राजीव को सस्पेंड किया जा चुका है। बताया जा रहा है कि इन सभी पर विकास से जुड़ाव के सबूत जांच टीम को मिले हैं। हांलाकि SSP कानपुर ने सस्पेंड करने की वजह जांच में लापरवाही बताया है।
कानपुर आईजी मोहित अग्रवाल ने रविवार शाम बताया कि विकास दुबे के सभी संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है और जल्द ही सफलता हासिल होगी। उन्होंने कहा कि अभी पूरा चौबेपुर थाना शक के घेरे में है। कितने पुलिसकर्मियों ने विकास दुबे से बात की, इस मामले की जांच चल रही है।
आईजी मोहित अग्रवाल ने कहा कि अगर किसी पुलिसकर्मी की भूमिका सामने आई तो उसे किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा, उन पर पुलिसकर्मियों की हत्या करने के आरोप में कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि ऐसे आरोपियों पर 307 का मुक़दमा दर्ज़ किया जाएगा और दोषी पाए जाने पर वे बर्ख़ास्त भी होंगे।