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UP में कोरोना को खत्म करने के लिए CM योगी ने बनाया मास्टरप्लान, इन जिलों में सबसे ज्यादा खौफ
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अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने गुरुवार को लोकभवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए सरकार द्वारा तैयार किए गए मास्टर प्लान की जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने टीम 11 के साथ जो मीटिंग की है, उसमें स्पष्ट कहा है कि जिस जिले में 20 से उससे अधिक कोरोना के केस हैं, वहां तकरीबन एक हफ्ते तक एक वरिष्ठ अधिकारी, एक स्वास्थ्य अधिकारी कैंप करेंगे और वहीं रहेंगे।
अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में ऐसे 15 जनपद चिन्हित किए गए हैं, जहां ये अधिकारी जाएंगे। इनमें मेरठ, बागपत, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, आगरा, लखनऊ, रायबरेली समेत 15 जिले शामिल हैं। उन्होंने बताया की ये अधिकारी मंडी और घनी आबादी और ऐसी स्थानों पर पेट्रोलिंग करेंगे जहां आमतौर पर अधिक भीड़भाड़ रहती है।
उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश में अभी 1299 कोरोना के एक्टिव केस हैं और कुल 1507 केस कोरोना संक्रमित है। इनमें 187 ठीक हो गए हैं और 21 की मौत हो गई है। उन्होंने बताया कि अब ठीक होकर डिस्चार्ज होने वालों की संख्या बढ़ रही है।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य के मुताबिक पहले 56 जिलों में संक्रमण के मामले सामने आ रहे थे और अब 45 जिलों में ही एक्टिव केस बचे हैं। वहीं, प्रदेश के 11 जिलों में अब कोरोना का कोई भी केस नहीं है। प्रदेश के कोरोना संक्रमित 984 लोग तब्लीगी जमात या फिर उससे जुड़े लोग हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना की रिकॉर्ट टेस्टिंग हो रही है। कुल 3737 सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। पूरे प्रदेश में लगातार पूल टेस्टिंग हो रही है। बुधवार को 812 पूल टेस्टिंग हुई है।
अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने बताया कि उत्तर प्रदेश में जिस तेजी से टेस्टिंग हो रही है, उसको लेकर यूपी अब पूरे देश में तीसरे नंबर पर टेस्टिंग के मामले में पहुंच गया है। यूपी में पूल टेस्टिंग में भी तेजी आई है।
उन्होंने बताया कि जरूरी निर्माण कार्य शुरू कर दिए गए हैं। यूपीडा के 3 एक्सप्रेस वे के काम शुरू हो गए हैं। पूर्वाचल एक्सप्रेस वे में 4000 से ज्यादा श्रमिक काम कर रहे हैं। 2000 से ज्यादा मशीनें काम कर रही हैं।वहीं, पीडब्ल्यूडी में 161 काम शुरू किए हैं, जिनकी कुल लागत 2858 करोड़ है।