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होली के रंग में सराबोर हुआ मथुरा, द्वारिकाधीश मंदिर में फाग गीतों पर कुछ ऐसे लगे ठुमके
| Published : Mar 04 2020, 01:13 PM IST / Updated: Mar 04 2020, 01:36 PM IST
होली के रंग में सराबोर हुआ मथुरा, द्वारिकाधीश मंदिर में फाग गीतों पर कुछ ऐसे लगे ठुमके
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मथुरा में होली का उत्सव पूरी एक हफ्ते चलेगा। इसके लिए पर्यटन विभाग ने बाकायदा टाइम टेबल जारी किया है। जिससे ज्यादा-से ज्यादा लोग इस ऐतिहासिक पर्व में पहुंचकर उसके गवाह बनें।
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द्वारिकाधीश मंदिर में चल रही होली में सभी फाग गीतों पर सराबोर दिखे। महिलाएं-पुरुष सभी कान्हा के भजनो पर झूमते दिखे। मंदिर से लोगों पर पिचकारी से रंग की वर्षा की गई।
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द्वारिकाधीश मंदिर में चल रहे रंगोत्सव में पहले भगवान द्वारिकाधीश के साथ रंग व गुलाल के साथ होली खेली गई। भगवान को भी पिचकारी के रंगों सराबोर कर दिया गया। उसके बाद मंदिर के प्रांगण में मौजूद हजारों की संख्या में भक्तों पर रंग व गुलाल की वर्षा की गई।
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ब्रज की इस होली में विदेशी पर्यटकों ने भी खूब लुत्फ़ उठाया। विदेशियों ने भी एक दूसरे को रंग व गुलाल लगाकर होली खेली। इसके अलावा फाग गीतों पर जमकर ठुमके लगाए।
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आज शाम नंदगांव के हुरियारे बरसाना पहुंचेंगे। वह बरसाने की हुरियारिनों के साथ लट्ठमार होली खेलेंगे। परम्परा का निर्वहन काफी लम्बे समय से चला आ रहा है। कुछ लोगों का मानना है कि ये परम्परा द्वापर युग से चली आ रही है। जिसमे बरसाने की सखियों के होली खेलने के निमंत्रण को नंदगांव के लोगों ने स्वीकार किया था। तभी से वहां लट्ठमार होली की प्रथा चली आ रही है।
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होली के त्योहार को गोकुल, वृंदावन और मथुरा में बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है। यहां रंग वाली होली के आलावा लड्डू, फूल और छड़ी वाली होली भी मनाई जाती है। इसके बाद बरसाने और नंदगांव में लठमार होली का आयोजन होता है। ब्रज के होली कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए देश और दुनियाभर से श्रद्धालु आते हैं।
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बरसाने में 4 मार्च को और नंदगांव में 5 मार्च को लठमार होली खेली जाएगी। नंदगांव से सखा बरसाने आते हैं और बरसाने की गोपियां उन पर लाठियां बरसाती हैं। बरसाना के अलावा मथुरा, वृंदावन और नंदगांव में भी लठमार होली खेली जाती है। गोपियां, सखाओं को प्रेम से लाठियों से पीटती हैं और सखा उनसे बचने की कोशिश करते हैं। इस दौरान गुलाल-अबीर उड़ाया जाता है।