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फिल्मों की तरह काम कर रहा ये IAS, गांव-गांव जाकर धड़ाधड़ फैसले, खेत हो या जंगल सब जगह एक कॉल पर पहुंच रहे
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दरअसल, यह जिंदादिल अफसर आईएएस प्रेम प्रकाश मीणा हैं। जो दौली में बतौर ज्वॉइंट मजिस्ट्रेट तैनात हैं। वह इन दिनों खुद मौके पर जाकर संपत्ति विवाद, अतिक्रमण समेत अनेक समस्याओं निपटा रहे हैं। अपने जिले में वह लोगों के चहेते अधिकारी बन गए हैं। उनके विभाग से संबंधित अगर किसी की कोई भी समस्या होती है तो वह उसे स्पॉट पर जाकर ही खत्म कर देते हैं। लोगों को उनका काम करने का यह अंदाज बेहद पसंद आ रहा है।
बता दें कि आईएएस अफसर प्रेम प्रकाश मीणा मूलरुप से राजस्थान के अलवर जिले के रहने वाले हैं। वह 2017 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। वह विदेश में तक नौकरी कर चुके हैं। इसके बाद मीणा ने 2015 में अच्छी खासी जॉब छोड़कर सिविल सर्विस की तैयारी शुरू कर दी।
बता दें कि आईएएस अफसर प्रेम प्रकाश मीणा मूलरुप से राजस्थान के अलवर जिले के रहने वाले हैं। वह 2017 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। वह विदेश में तक नौकरी कर चुके हैं। इसके बाद मीणा ने 2015 में अच्छी खासी जॉब छोड़कर सिविल सर्विस की तैयारी शुरू कर दी।
वैसे तो प्रेम प्रकाश मीणा एक इंजीनियर आदमी हैं, उन्होंने जयपुर से केमिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट किया हुआ है। इसके बाद उन्होंने आईआईटी बॉम्बे से एम.टेक की पढ़ाई की। जहां से उनको सीधे विदेश में तेल और गैस कंपनियों में नौकरी मिल गई। कुछ समय वहां काम भी किया, लेकिन उनका मन नहीं लगा। जिसके बाद 2015 में वह वापस लौटे और आइएएस बनने की ठान ली।
बता दें कि प्रेम प्रकाश मीणा चंदौली से पहले हाथरस जिले में जॉइंट मैजिस्ट्रेट के पद पर सेवाएं दे रहे थे। वहां भी उन्होंने 'न्याय आपके द्वार' अभियान के तहत गांव-गांव पहुंचकर लोगों की समस्याएं सुनीं और ज्यादातर का मौके पर ही समाधान कराया। हाथरस के लोग आज भी इस अफसर के नेक कामों को याद करते हैं।
वैसे तो प्रेम प्रकाश मीणा एक इंजीनियर आदमी हैं, उन्होंने जयपुर से केमिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट किया हुआ है। इसके बाद उन्होंने आईआईटी बॉम्बे से एम.टेक की पढ़ाई की। जहां से उनको सीधे विदेश में तेल और गैस कंपनियों में नौकरी मिल गई। कुछ समय वहां काम भी किया, लेकिन उनका मन नहीं लगा। जिसके बाद 2015 में वह वापस लौटे और आइएएस बनने की ठान ली।