- Home
- States
- Uttar Pradesh
- 6 साल की बच्ची से रेप के बाद हत्या, फिर पति-पत्नी ने मासूम का कलेजा निकालकर खाया..अब लगा NSA
6 साल की बच्ची से रेप के बाद हत्या, फिर पति-पत्नी ने मासूम का कलेजा निकालकर खाया..अब लगा NSA
कानपुर. उत्तर प्रदेश के कानपुर से पिछले साल एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई थी। जहां आरोपियों ने एक 6 साल की बच्ची की गैंगरेप के बाद हत्या कर दी थी। इसके बाद राक्षसों की तरह हैवानों ने मासूम के शरीर के कई टुकड़े कर उसका कलेजा निकालकर खा गए थे। अब इस मामले में पुलिस ने हत्यारों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून यानी एनएसए लगा दिया है। पढ़िए रोंगटे खड़े होने वाली राक्षसों की कहानी...
- FB
- TW
- Linkdin
दरअसल, यह रोंगटे खड़े कर देने वाली यह घटना 14 नवम्बर को दिवाली की रात घटी थी, जहां दो आरोपियों ने एक बच्ची की हत्या कर और उसका कलेजा निकालकर निसंतान दंपती को दिया था। जहां इस दंपती ने रोटी की तरह उस कलेजे को खाया था।
बता दें कि यह घटना कानपुर के घाटमपुर कोतवाली क्षेत्र के एक गांव से सामने आई थी। जहां 6 साल की बच्ची अचानक घर से गायब हो गई थी। उसके परिजन उसको तलाशते रहे, लेकिन वह कहीं नहीं मिली। इसके बाद अगले दिन मासूम का शव खेत में एक मंदिर के पास क्षत-विक्षत हालत में मिला था। जिसमें से फेफड़े, दिल और लिवर निकले हुए थे। पैरों पर लाल रंग लगा हुआ था।
पुलिस जांच में सामने आया था कि दोनों आरोपी अंकुल और वीरेन पड़ोस में रहने वाली इस बच्ची को चिप्स दिलाने के बहाने बहला-फुसलाकर सुनसान जगह पर ले गए थे। इसके बाद दोनों ने पहले शराब पी फिर मासम के साथ हैवानियत कर मौत के घाट उतार दिया।
जब मामले का खुलासा हुआ तो पता चला कि अंकुल और वीरेन को कानपुर के रहने वाले एक दंपति परशुराम और सुनैना ने भेजा था। दोनों की शादी को 21 साल होने के बाद भी कोई संतान नहीं थी। जिसके चलते दोनों तनाव में रहते थे। वह संतान के लिए जादू-टोना और तंत्रमंत्र करते थे। इसी जादू-टोने में आकर परशुराम राम ने इस घटना को अंजाम दिलवाया था।
बता दें कि आरोपी परशुराम एक काले जादू की किताब लेकर आया था। जिसमें संतान प्राप्ति की विधी लिखी थी। किताब में लिखा था कि दिवाली की रात बच्ची का दिल खाने से उसकी पत्नी को संतान सुख की प्राप्ति होगी। इसके के लिए उसने अपने भतीजे अंकुल को पैसों का लालच देकर इस वारदात को अंजाम दिलवाया था। जिसमें वीरेन नाम के लड़के ने भी साथ दिया था।