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इस मुस्लिम देश में रमजान के दौरान 4 गुना बढ़े कोरोना के मामले, ईद उल फितर पर यूं वीरान दिखा अल्लाह का दर
हटके डेस्क: दुनिया ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि एक ऐसा दिन देखने को मिलेगा, जब लोग अपने घरों में बंद हो जाएंगे। आसमान की ऊंचाइयों को नापने का सपना ऐसा टूटेगा कि लोग अपनों से भी नहीं मिल पाएंगे। घर से बाहर निकलना यानी मौत को आमंत्रण देना हो जाएगा। ईद जैसा त्योहार, जिसकी रौनक हर देश के बाजारों, गली-मोहल्ले में देखने को मिलती है, वहां सन्नाटा छाया रहेगा। इस साल रमजान के महीने में कई देशों ने मस्जिद बंद करवा दिए। जिन्होंने ऐसा नहीं किया, वहां कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े। सोशल मीडिया पर सऊदी अरब से मक्का की तस्वीरें सामने आई। ईद उल फितर के नमाज को पढ़ने के लिए जहां हर साल अल्लाह के इस दर पर नमाजियों की भीड़ लगी रहती थी, इस साल यहां सन्नाटा छाया रहा। वायरस के कहर का ऐसा मंजर है कि पूरे रमजान लोगों को मस्जिद ना आने देने के बावजूद रमजान के पाक महीने में यहां कोरोना के मामले चार गुना ज्यादा बढ़ गए। सोशल मीडिया पर मक्का की सैटेलाइट तस्वीरें शेयर की गई। चीन के एक वायरस ने कुछ इस तरह खाली करवा दिया अल्लाह का दर...
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कोरोना वायरस रेस्ट्रिक्शन की वजह से सऊदी अरब के मक्का में इस बार ईद उल फितर के नामज के दौरान सन्नाटा दिखाई दिया।
काबा में जहां हर साल त्योहार के समय रौनक रहती थी, वहां इस साल लगे सोशल गैदरिंग पर बैन की वजह से लोग नजर नहीं आए।
ईद उल फितर पर काफी कम संख्या में नमाजियों को मक्का में नमाज अदा करते देखा गया।
मस्जिद में इमाम ने नमाज पढ़ी वो भी पोडियम में। कई सुरक्षाबलों के बीच नमाज अदा की गई।
22 मई को ही सऊदी अरब के अधिकारियों ने घोषणा कर दी थी कि यहां सारे मस्जिद ईद पर बंद रहेंगे और लोगों से अपील की थी कि वो घरों पर ही रहे।
बता दें कि 23 मई को सऊदी अरब में पांच दिन का कर्फ्यू लगा दिया गया। सिर्फ रमजान एक महीने में यहां कोरोना के मामले चार गुना ज्यादा बढ़ गए।
ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक़, अभी सऊदी में कोरोना संक्रमितों की संख्या 68 हजार से अधिक है।
कोरोना वायरस की वजह से दुनिया के कई हिस्सों में इस बार सुनी ईद मनाई गई। लोगों के मन में उमंग है लेकिन सड़कें वीरान है।
ईद उल फितर को मीठी ईद भी कहते हैं। पहले जहां लोग अपनों के घर जाते थे, इस साल कोरोना ने लोगों को वीडियो कॉल पर समेट दिया।