- Home
- Viral
- भारत में नोटों से कोरोना वायरस के फैलने का सबसे ज्यादा है खतरा, दूसरों से लेने से पहले हो जाएं सावधान
भारत में नोटों से कोरोना वायरस के फैलने का सबसे ज्यादा है खतरा, दूसरों से लेने से पहले हो जाएं सावधान
| Published : Mar 04 2020, 10:16 AM IST / Updated: Mar 04 2020, 03:29 PM IST
भारत में नोटों से कोरोना वायरस के फैलने का सबसे ज्यादा है खतरा, दूसरों से लेने से पहले हो जाएं सावधान
Share this Photo Gallery
- FB
- TW
- Linkdin
111
भारत में कोरोना वायरस के संदिग्धों की बढ़ती संख्या वाकई चिंताजनक है।
211
बात अगर इसके फैलने की करें, तो इस वायरस के सबसे ज्यादा फैलने के चांसेस गंदे नोटों के जरिये है।
311
अगर कोई नोट इस वायरस से पीड़ित इंसान के हाथों से होता हुआ स्वस्थ व्यक्ति तक पहुंचे, तो ये उसे भी अपनी चपेट में ले लेगा।
411
विदेशी मीडिया ने वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनइजेशन के हवाले से बताया कि ये वायरस इंसान के शरीर के बाहर भी कुछ दिनों तक जिंदा रहता है।
511
ऐसे में जब ये वायरस नोटों से चिपकता है, तो कुछ दिन वो उसमें जिंदा रहता है। ऐसे में जब कोई स्वस्थ व्यक्ति उसे अपने हाथों से पकड़ता है तो वो हाथों के जरिए उसकी बॉडी में समा जाता है।
611
भारत में ज्यादातर ट्रांजेक्शन कैश से होता है। ऐसे में करारे नोट ही इस वायरस को फैलाने में सबसे अहम रोल प्ले कर रहे हैं।
711
लोगों से अपील की गई है कि अगर आप नोटों का आदान प्रदान करें, तो उसके बाद हाथ जरूर धोएं।
811
इस समस्या से बचने का एक तरीका जो लोगों को बताया गया है वो है कैशलेस ट्रांजेक्शन करना। इस तरह नोट का यूज ही नहीं होगा।
911
बता दें कि चीन में बैंक नोट्स को अलग कर है। ताकि इसके जरिये वायरस और ना फैले।
1011
ये वायरस इंसान की बॉडी के बाहर 9 दिन तक जिंदा रह सकता है। हालांकि, नॉर्मल हैंड सैनिटाइजर और क्लीनर्स से इस वायरस को मारा जा सकता है।
1111
बता दें कि चीन के वुहान से शुरू हुआ ये वायरस अब करीब 70 देशों में फ़ैल चुका है। इसमें चीन के बाद साउथ कोरिया में सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। साथ ही अब भारत में भी इसके मरीज मिले हैं।