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चीन की चालबाजी, पहले छिपाई मरने वालों की संख्या, अब वुहान में 50% बढ़ा दी मरने वालों की संख्या
वुहान. कोरोना वायरस को लेकर चीन पर लगातार झूठ बोलने के आरोप लग रहे हैं। अब चीन को लेकर नया खुलासा हुआ है। दरअसल, चीन ने वुहान में कोरोना से मरने वालों की संख्या भी छिपाई है। चीन के वुहान से ही कोरोना का पहला मामला सामने आया था। ऐसे में वुहान प्रशासन द्वारा जारी किए गए दस्तावेजों में करीब 4 हजार लोगों के मरने की बात कही है। इससे चीन में मरने वाले कुल लोगों की संख्या में भी अचानक 39% वृद्धि हुई है। इससे पहले भी चीन पर कोरोना को लेकर जानकारी छिपाने और झूठ बोलने के आरोप लगते रहे हैं।
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वुहान सरकार ने वुहान में 1290 और मौतों की बात कही है। इससे यहां अब तक मरने वालों की संख्या 3869 पहुंच गई है। जबकि इससे पहले यहां चीन लगभग 2500 लोगों की मौत की बात कह रहा था।
वुहान अधिकारियों का कहना है कि ये केस दर्ज नहीं हो पाए थे। कई मामलों में मौत का कारण सामने नहीं आया था। अब यह जानकारी सामने आई है। इसलिए आंकड़ों में बदलाव किया गया है।
अब इस संख्या के सामने आने से चीन में कुल मरने वालों की संख्या 39% बढ़कर 4632 हो गई है। वहीं वुहान में कुल संक्रमित केसों की संख्या भी बढ़कर 50 हजार 333 तक पहुंच गई है।
वुहान में ही कोरोना का पहला मामला सामने आया था। इसके बाद चार महीने में पूरी दुनिया इस महामारी की चपेट में आ गई। अब तक इससे 1.4 लाख लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 22 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हैं।
अमेरिका पहले से ही कोरोना के लिए चीन पर आरोप लगा रहा है। वहीं, इन आंकड़ों के बाद चीन पर और भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
माना जा रहा है कि चीन के वुहान में इतने मरीज थे कि अस्पताल भर गए थे। कई मरीज घर में ही कैद रहे। ऐसे में उनकी मौत घर पर ही हो गई। यही वजह है कि उनका नाम मरने वालों की सूची में शामिल नहीं हो पाया।
इस पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ने भी चीन पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया था कि कई देश मौत की संख्या छिपा रहे हैं। उन्होंने कहा था कि कई देशों के मौत के आंकड़ों पर यकीन कर पाना मुश्किल है।
उन्होंने कहा था कि अमेरिका में पूरी दुनिया की 20% मौतें हुईं, जबकि अमेरिका की आबादी पूरी दुनिया में सिर्फ चार फीसदी है।
इससे पहले अमेरिका ने चीन पर वायरस फैलाने का आरोप लगाया था। अमेरिकी अखबार में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के वुहान की लैब में चमगादड़ों पर रिसर्च चल रही थी। इसी दौरान कोरोना निकलकर पूरी दुनिया में फैला।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने हाल ही में मीडिया से बात में कहा था, यह सोचना गलत है कि चीन ने कोरोना का मुकाबला अच्छे से किया, स्पष्ट रूप से वहां ऐसी चीजें हुई हैं, जिनके बारे में दुनिया को नहीं पता।
कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि चीन ने अपने आंकड़ों में बदलाव विश्व स्वास्थ्य संगठन के दबाव में किया। इसी वजह से हाल ही में ट्रम्प ने WHO पर चीन का साथ देने और दुनिया को कोरोना के बारे में जानकारी ना देने का आरोप लगाते हुए फंडिंग रोक दी थी।