- Home
- World News
- भैंस और गाड़ियां बेचने के बाद अब इमरान अपना घर किराए पर देंगे, जानें क्या पाकिस्तान हो चुका है कंगाल?
भैंस और गाड़ियां बेचने के बाद अब इमरान अपना घर किराए पर देंगे, जानें क्या पाकिस्तान हो चुका है कंगाल?
क्या पाकिस्तान कंगाल होने की राह पर है...? ये सवाल इसलिए क्योंकि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के सरकारी आवास को किराए पर उठाने का फैसला किया गया है, जिससे कुछ पैसे इकट्ठा किया जा सके। समा टीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2019 में सत्ता पर काबिज पार्टी तहरीक पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने पीएम इमरान खान के सरकारी आवास को यूनिवर्सिटी में बदलने की योजना बनाई थी। इसके बाद से ही इमरान खान ने अपना घर खाली कर दिया था। जानें कर्ज चुकाने के लिए पाकिस्तान ने क्या-क्या बेचा...?
- FB
- TW
- Linkdin
सरकार ने यूनिवर्सिटी में बदलने की योजना को ड्रॉप कर दिया। लेकिन अब घर को किराए पर देने का फैसला किया है। अब नए फैसले के बाद इस्लामाबाद के रेड जोन स्थित पीएम के घर पर सांस्कृतिक, फैशन, एजुकेशन और दूसरे कार्यक्रम करने की अनुमति होगी।
समा टीवी के मुताबिक, सीएम का घर किराए पर उठाने के लिए दो कमेटियों का गठन हुआ है। इन कमेटियों की जिम्मेदारी होगी कि कार्यक्रम के दौरान पीएम हाउस के अनुशासन और मर्यादा का उल्लंघन न हो।
पाकिस्तानी मीडिया ने ये भी कहा कि इमरान खान के घर का ऑडिटोरियम, दो गेस्ट विंग और एक लॉन फंड जुटाने के लिए किराए पर लिया जा सकता है।
तीन साल पहले जब इमरान खान ने सीएम पद संभाला था तब से पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था 19 अरब डॉलर कम हो गई है। शुरू में तो इमरान खान ने देश की अर्थव्यवस्था को ठीक करने के लिए सरकारी खर्चों में कटौती करने के लिए कई कठोर कदम उठाए। लेकिन उससे ज्यादा फायदा नहीं हुआ।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आज की तारीख में हर पाकिस्तानी नागरिक पर कम से कम 1 लाख 75 हजार रुपए का कर्ज है। इसी कर्ज को चुकाने के लिए बंगला किराए पर उठाने का फैसला लिया गया है।
इससे पहले सरकार की 102 गाड़ियां भी बेची जा चुकी है, जिनसे 60 करोड़ रुपए की कमाई हुई। इससे पहले एक्स पीएम नवाज शरीफ ने जो 8 भैंसें अपने सरकारी आवास पर रखी थी, इमरान ने उन्हें भी बेचकर 23 लाख रुपए कमाए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान पर 45 लाख करोड़ रुपए का कर्ज है। जबकि पाकिस्तान का कुल बजट साढ़े आठ लाख करोड़ रुपए का है। यानी इसपर 5 गुना ज्यादा कर्ज है।