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सिर्फ 1 मिनट में ऐसी हिली धरती कि लोगों की रूह कांप उठी, देखिए तुर्किये में आए भूकंप के बाद Shocking pictures
डुजसे(Düzce). रौंगटे खड़े करने वालीं ये तस्वीरें उत्तर पश्चिमी तुर्किये(जिसे पहले तुर्की कहते थे) के डूज के उत्तरी प्रांत(northern province of Düzce ) में बुधवार तड़के आए 5.9 तीव्रता के भूकंप के बाद की हैं। एक मिनट से भी कम समय तक आए ये झटके खौफ पैदा करने के लिए काफी थे। भूकंप के झटके अन्य शहरों में महसूस किए गए थे। झटके 200 किलोमीटर (124 मील) दूर इस्तांबुल और क्षेत्र के अन्य शहरों तक महसूस किए गए। डुजसे( दुज्से या डूज भी कहते हैं) के भयभीत निवासी सड़कों पर निकल आए और बाकी रात बाहर बिताई। अधिकारियों ने कहा कि भूकंप में 93 लोग घायल हुए हैं। कुछ इमारतों को नुकसान पहुंचा है। ज्यादातर चोटें डरे हुए लोगों के खिड़कियों से कूदने के कारण लगीं। अधिकांश घायल डुजसे से हैं जबकि इस्तांबुल और बोलू और ज़ोंगुलदक के उत्तरी प्रांतों में भी कुछ लोगों के घायल होने की सूचना है। देखिए कुछ तस्वीरे...
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तुर्किये के हेल्थ मिनिस्टर फहार्टिन कोका(ahrettin Koca) ने राजधानी अंकारा में संवाददाताओं से कहा कि घायलों में से 26 का इलाज अस्पतालों में जारी है।
डिजास्टर एंड इमरजेंसी मैनेजमेंट अथॉरिटी (AFAD) ने अपने आधिकारिक अकाउंट पर ट्वीट किया कि भूकंप का केंद्र डुजसे के गोल्याका जिले में स्थित था।
भूकंप बुधवार सुबह 4:08 बजे 6.81 किलोमीटर (4.2 मील) की गहराई पर आया था। हालांकि बाद में इसकी तीव्रता को संशोधित कर 6.0 कर दिया गया।
शक्तिशाली भूकंप, जो 6.81 किमी की गहराई में आया, इस्तांबुल के साथ-साथ राजधानी अंकारा में भी महसूस किया गया।
तुर्किये का शहर डुजसे इस्तांबुल से लगभग 210 किमी और अंकारा से लगभग 236 किमी दूर स्थित है। यहां सबसे अधिक झटके आए।
डिजास्टर एंड इमरजेंसी मैनेजमेंट अथॉरिटी (AFAD) ने कहा कि भूकंप के बाद कुल 18 झटके महसूस किए गए। कई इमारतों को नुकसान पहुंचा।
1999 में, ड्यूज़ 7.2 तीव्रता के भूकंप से प्रभावित हुआ था, जो 30 सेकंड तक चला। तब 845 लोग मारे गए थे और लगभग 5,000 अन्य घायल हुए थे।
बता दें कि तुर्किये एक बड़ी भ्रंश रेखा पर स्थित है और देश में अक्सर भूकंप का झटका महसूस किया जाता है।
कुछ सेकंड तो लोगों को ऐसा लगा कि उनकी बिल्डिंग गिरने वाली है, क्योंकि कंपन तेज था। लिहाजा लोग डरकर बाहर निकल आए।
इसे संयोग ही कहेंगे कि पिछले हफ्ते ही एडमिनिस्ट्रेशन ने भूकंप से बचाव के लिए एक मॉक ड्रिल कराई थी। अंकारा ऐसे झटके पहली बार महसूस किए गए। फोटो क्रेडिट-AA Photo