सार

हरियाणा के पानीपत में 12 अप्रैल को एक साथ 4 बच्चों के जन्म होने की घटना मीडिया की सुर्खियों में आई थी। महिला की प्री मैच्योर डिलीवरी थी। वो बहुत खुश थी। लेकिन उसकी खुशियां 5 दिनों के अंदर एक-एक करके दम तोड़ गईं। बच्चों के जन्म पर डॉक्टर भी उत्साहित थे। अब उन्हें मां की जान बचाने की जद्दोजहर करनी पड़ रही है। मां की हालत नाजुक बनी हुई है।

पानीपत, हरियाणा. एक मां को कुदरत ने झोली भरके खुशियां दी थीं। उसने एक साथ 4 बच्चों को जन्म दिया था। बेशक यह प्री मैच्योर डिलीवरी थी, लेकिन सब बहुत खुश थे। डॉक्टर भी यह डिलीवरी कराके उत्साहित थे। लेकिन ये खुशियां लंबे समय तक नहीं टिक सकीं। 5 दिनों के अंदर चारों बच्चों ने एक-एक करके दुनिया को अलविदा कह दिया। मां की हालत भी नाजुक है। डॉक्टर अब उसे बचाने की जद्दोजहद कर रहे हैं। इन बच्चों का जन्म 12 अप्रैल की रात मॉडल टाउन स्थित परुथी चौक के मल्होत्रा मदर एंड चाइल्ड अस्पताल में हुआ था। इनमें तीन लड़के और एक लड़की थी।

बच्चों की हालत नाजुक थी..
बत्तरा कॉलोनी की रहने वाली काजल की 7वें महीने में यह प्री मैच्योर डिलीवरी हुई थी। 16 अप्रैल की देर रात दो बच्चों ने दम तोड़ दिया था। बाकी के दो बच्चों की हालत को देखते हुए उन्हें दिल्ली के एक हॉस्पिटल ले जाया जा रहा था। लेकिन एक ने रास्ते में, जबकि दूसरे ने अस्पताल पहुंचकर दुनिया छोड़ दी।

महिला प्रेम हॉस्पिटल में एडमिट है। बच्चों का वजन 800 ग्राम से 1 किलो के बीच था। महिला यूपी के शामली की रहने वाली है। डिलीवरी के पहले सांस लेने की तकलीफ होने पर उसे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। वो किसी परिचित के यहां आई हुई थी, इसी दौरान लॉकडाउन के दौरान फंस गई। स्त्री रोग एवं प्रसूति विशेषज्ञ डॉ. सोना ने बताया कि उनकी 16 सालों की प्रैक्टिस में 4 बच्चों के जन्म का पहला मामला था। अफसोस बच्चों को बचाया नहीं जा सका।