सार
स्टूडेंट ने सुसाइड नोट में एकेडमिक कॉर्डिनेटर ममता गुप्ता के बारे में भी जिक्र किया था। मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली थी। घटना के 6 दिन बाद पुलिस ने आरोपी ममता गुप्ता का गिरफ्तार कर लिया।
फरीदाबाद। ग्रेटर फरीदाबाद में डीपीएस के स्टूडेंट सुसाइड मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। मंगलवार को पुलिस ने स्कूल की सीनियर एकेडमिक कॉर्डिनेटर को गिरफ्तार कर लिया। 24 फरवरी को 15 साल के स्टूडेंट आरवी मल्होत्रा ने अपने अपार्टमेंट की 10वीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली थी। आरवीं 10वीं कक्षा में पढ़ता था और स्कूल में साथ पढ़ने वाले बच्चों की प्रताड़ना से तंग आ गया था। मौके से एक सुसाइड नोट मिला था।
स्टूडेंट ने सुसाइड नोट में एकेडमिक कॉर्डिनेटर ममता गुप्ता के बारे में भी जिक्र किया था। मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली थी। घटना के 6 दिन बाद पुलिस ने आरोपी ममता गुप्ता का गिरफ्तार कर लिया। आरोपी टीचर ममता गुप्ता का कहना था कि छात्र की मां हमारे स्कूल में काम करती हैं। उन्होंने हमें एक लिखित शिकायत की थी, इसमें उन छात्रों के नाम थे जो उसके बेटे को परेशान करते थे। जबकि वे छात्र अब हमारे स्कूल का हिस्सा नहीं हैं।
पुलिस ने हैंडराइटिंग का मिलान कर रही है
फरीदाबाद पुलिस के अनुसार, पुलिस ने रविवार को नोटिस देकर ममता गुप्ता को थाने में बुलाया था। जांच अधिकारी ने सोसाइटी में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज कब्जे में ली है। पुलिस ने स्कूल से विज्ञान का पेपर और आरवी मल्होत्रा की नोटबुक भी कब्जे में ली है। नोटबुक और सुसाइड नोट से हैंडराइटिंग का मिलान करने के लिए फॉरेंसिक लैब भेजा गया है। आत्महत्या के दो दिन पहले विज्ञान की परीक्षा थी। इसको लेकर छात्र तनाव में था। पुलिस विज्ञान का पेपर सबूत के तौर पर रखेगी।
ये है पूरा मामला
बता दें कि 24 फरवरी को 15 साल के आरवी मल्होत्रा ने तनाव में आकर अपनी सोसायटी की 15वीं मंजिल से कूदकर सुसाइड कर लिया था। उसने एक सुसाइड नोट छोड़ा था। इसमें स्कूल में परेशान करने का आरोप लगाया था। मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। पुलिस का कहना है कि आरवी को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने वाली शिक्षका के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
पढ़ें क्या लिखा है सुसाइड नोट में
‘‘प्रिय मम्मा, आप इस संसार की सबसे अच्छी मां हैं। मुझे माफ करना कि मैं बहादुर नहीं बन सका। इस स्कूल ने मुझे मार डाला। खासकर बड़ी अथॉरिटीज ... और ... अन्य। मैं इस नफरत भरी दुनिया में नहीं रह सकता। मैंने जीने की पूरी कोशिश की, लेकिन लगता है कि जिंदगी को कुछ और चाहिए। लोग मेरे बारे में क्या कहते हैं, इस पर विश्वास ना करें। आप सबसे अच्छी हो। अगर मैं बच ना सका तो प्लीज खुद को दूसरे काम में लगा लेना। अपनी आर्ट को बंद मत करना। आप फरिश्ता हो। मैं इस जन्म में आपको पाकर धन्य हूं। आपने जो कुछ संभव हुआ वह किया, लेकिन मैं मजबूत नहीं निकला। मैं कमजोर हूं। मुझे खेद है...। उनकी बातों को ना सुनना और ना यकीन करना। You are best, You are amazing..’’