सार
शादी के दौरान नव दम्पती मंडप में 7 फेरे लेते हैं। दूसरे धर्मों में रीति-रिवाज अलग हो सकते हैं, लेकिन दम्पती जिंदगीभर एक-दूसरे का साथ देने का वादा जरूर करता है। आमतौर पर दम्पती वादा निभाते भी हैं। लेकिन जैसा वादा 82 साल के बुजुर्ग ने निभाया, वो इनसे जुड़े लोग कभी नहीं भूल पाएंगे। पति के जब खबर मिली कि उनकी पत्नी अब इस दुनिया में नहीं रहीं, तो 10 मिनट बाद उनकी भी मौत हो गई। यह मामला फरीदाबाद जिले के एक गांव का है।
फरीदाबाद, हरियाणा. भावुक करने वाली यह कहानी बड़े गांव तिगांव के भकड़ा मोहल्ला के रहने वाले 82 वर्षीय स्वरूप सिंह नागर और उनकी पत्नी रामवती के प्यार से जुड़ी है। शादी के दौरान नव दम्पती मंडप में 7 फेरे लेते हैं। दूसरे धर्मों में रीति-रिवाज अलग हो सकते हैं, लेकिन दम्पती जिंदगीभर एक-दूसरे का साथ देने का वादा जरूर करता है। आमतौर पर दम्पती वादा निभाते भी हैं। लेकिन जैसा वादा 82 साल के बुजुर्ग ने निभाया, वो इनसे जुड़े लोग कभी नहीं भूल पाएंगे। पति के जब खबर मिली कि उनकी पत्नी अब इस दुनिया में नहीं रहीं, तो 10 मिनट बाद उनकी भी मौत हो गई।
एक साथ जली दोनों की चिता
रामवती लंबे समय से बीमार थीं। उनका इलाज चल रहा था। बुधवार शाम उनका निधन हो गया। इसकी खबर परिजनों ने स्वरूप सिंह को दी। यह सुनकर वे गुमसुम हो गए। फिर रोने लगे थे। इससे पहले कि कोई उन्हें संभालता..10 मिनट बाद उनकी भी मौत हो गई। इस घटना को सुनकर पूरा गांव हैरान रह गए। दोनों की एक साथ अर्थी निकाली गई और एक साथ चिता जली।
एक दिन पहले ही कर दी थी भविष्यवाणी...
यह संयोग हो सकता है या बुजुर्ग की अंतरआत्मा की आवाज कि उन्होंने एक दिन पहले ही अपनी मौत की भविष्यवाणी कर दी थी। स्वरूप सिंह के पोते सौरभ ने बताया कि मंगलवार को दादा ने कहा था कि देखना वो एक साथ ही जाएंगे। रामवती का एशियन अस्पताल में इलाज चल रहा था। उनकी मौत की खबर फोन पर घर पर दी गई थी। यह सुनकर स्वरूप सिंह पहले चुप रहे और फिर फूट-फूटकर रोने लगे थे। इसके बाद चारपाई पर बैठ गए। उसके 10 मिनट बाद उनकी मौत हो गई। दम्पती का राठी के श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार किया गया।
परिजनों के मुताबिक, इनकी शादी 60 साल पहले हुई थी। स्वरूप सिंह दिल्ली पुलिस में एएसआई से रिटायर्ड हुए थे। इनके पांच बेटे और दो लड़कियां हैं। दो बेटे खुद भी दिल्ली पुलिस में एएसआई हैं। इनके परिवार में पोते-पड़पोते सहित 23 सदस्य हैं।