सार
ठेकेदार की लापरवाही दूसरों की जिंदगी पर कितनी भारी पड़ सकती है, यह घटना यही दिखाती है। भरी दोपहरी बाइक सवार को रास्ता नहीं दिखा और वो गड्ढे में जा गिरा। गनीमत रही कि वहां मौजूद लोगों ने उसे और उसके दोस्तों को बाहर खींच लिया, वर्ना अनहोनी हो सकती थी।
रोहतक, हरियाणा. यह फोटो किसी फिल्म की शूटिंग का दृश्य नहीं है। यह किसी की जिंदगी गड्ढे में फंसने की हकीकत है। ठेकेदार की लापरवाही दूसरों की जिंदगी पर कितनी भारी पड़ सकती है, यह घटना यही दिखाती है। भरी दोपहरी बाइक सवार को रास्ता नहीं दिखा और वो गड्ढे में जा गिरा। गनीमत रही कि वहां मौजूद लोगों ने उसे और उसके दोस्तों को बाहर खींच लिया, वर्ना अनहोनी हो सकती थी।
थोड़ा भी अधिक गहरा होता गड्ढा, तो अनहोनी हो जाती
यह घटना मंगलवार दोपहर सुनारिया चौक पर हुई। यहां करीब ढाई महीने पहले सीवरेज लाइन के लिए गड्ढा बनाया गया था। लेकिन वहां कोई संकेतक नहीं लगाए गए। दोनों युवक बाइक से जा रहे थे, तभी हड़बड़ाकर गड्ढे में जा गिरे। चूंकि गड्ढे के दोनों ओर मिट्टी के ढेर लगा रखे हैं, इसलिए युवकों को गड्ढा समझ ही नहीं आया। अगर गड्ढा 7 फीट से ज्यादा होता, तो अनहोनी हो सकती थी। युवक को गड्ढे में गिरता देख वहां की दुकानों के लोग दौड़े। वे सीढ़ी लाए और करीब 15 मिनट की मशक्कत के बाद उन्हें बाहर निकाला। इस बारे में निगम आयुक्त प्रदीप गोदारा ने बताया उन्हें हादसे की जानकारी मिली थी। उन्होंने अमृत प्रोजेक्ट संचालक कंपनी के अधिकारियों से इस संबंध में जवाब मांगा है। आयुक्त ने सड़क जल्द बनाने को कहा है। उल्लेखनीय है कि 2018 में केंद्र सरकार ने 300 करोड़ से रोहतक में सीवरेज और पानी लाइन बिछाने के लिए अमृत प्रोजेक्ट शुरू किया था।