सार

डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है, जिसे पूरी तरह ठीक नहीं किया जा सकता। जीवनशैली में आए बदलाव और दूसरी कई वजहों के चलते इस बीमारी का खतरा बढ़ता ही जा रहा है। 

हेल्थ डेस्क। डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है, जिसे पूरी तरह ठीक नहीं किया जा सकता। जीवनशैली में आए बदलाव और दूसरी कई वजहों के चलते इस बीमारी का खतरा बढ़ता ही जा रहा है। यह बीमारी अब हर उम्र के लोगों को होने लगी है। शुरू में इस बीमारी का पता नहीं चलता। जब यह बीमारी बढ़ जाती है तो इसे नियंत्रित कर पाना थोड़ा कठिन हो जाता है। डायबिटीज भी दो तरह की होता है। टाइप 2 डायबिटीज ज्यादा खतरनाक माना जाता है। यह बीमारी पैंक्रियाज में गड़बड़ी होने के कारण होती है। इससे इंसुलिन का पर्याप्त मात्रा में स्राव नहीं होता। डायबिटीज होने पर हार्ट और किडनी से जुड़ी दिक्कतें भी होने लगती हैं। अगर इस बीमारी के लक्षणों को शुरुआत में ही पकड़ लिया जाए तो इसका समय रहते इलाज हो सकता है और बीमारी को बढ़ने से रोका जा सकता है। जानते हैं इसके लक्षणों के बारे में।

1. बार-बार पेशाब आना
रात में अगर बार-बार पेशाब आता हो यह डायबिटीज होने का लक्षण हो सकता है। ऐसे ठंड के समय में रात में बार-बार वॉशरूम जाने की समस्या सभी के साथ होती है, लेकिन ऐसा हमेशा होने लगे तो डायबिटीज की जांच करवा लेनी चाहिए। डायबिटीज का असर प्रोस्टेट ग्लैंड पर भी पड़ता है। इसलिए बार-बार पेशाब की हाजत महसूस होती है।

2. स्किन पर काले धब्बे
अगर गर्दन, कोहनी या घुटने के पास काले धब्बे बन रहे हों, तो डायबिटीज की जांच करा लेनी चाहिए। वैसे तो इस तरह के धब्बे कई कारणों से बनते हैं, लेकिन इंसुलिन की मात्रा में कमी आने से भी ऐसा होता है।

3. तेजी से वजन घटना
अगर वजन अचानक तेजी से घटने लगा हो तो हो सकता है ऐसा डायबिटीज की वजह से हो रहा हो। खाना-पीना बढ़िया होने पर भी वजन का तेजी से घटना डायबिटीज होने का एक लक्षण है। इसलिए ऐसा होने पर जल्दी जांच करा लेनी चाहिए।

4. धुंधला दिखना
अगर आपको पढ़ने में परेशानी हो रही हो, कोई भी चीज धुंधली दिखती हो तो आंखों की जांच तो करवाएं ही, एक बार ब्लड शुगर की भी जांच करा लें। डायबिटीज का आंखों की रोशनी पर बहुत खराब असर पड़ता है।

5. ब्लड प्रेशर का बढ़ना
अगर ब्लड प्रेशर अनियमित रहता हो या बढ़ जाता हो तो डॉक्टर से जरूर मिलें और पूरी जांच करवाएं। डायबिटीज होने पर हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होती है। अगर ब्लड प्रेशर को नियंत्रित नहीं किया गया तो ज्यादा परेशानी पैदा हो सकती है।