सार
कांग्रेस की प्रदेश इकाई के साथ स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में उम्मीदवारों के नामों पर विचार किया जायेगा। झारखंड में विधानसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनज़र कांग्रेस ने झामुमो सहित सभी विपक्षी दलों के साथ चुनावी गठबंधन के लिये सभी विकल्प खोले हुए है।
नई दिल्ली. झारखंड में विधानसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनज़र कांग्रेस ने झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) सहित अन्य विपक्षी दलों के साथ चुनावी गठबंधन के लिये सभी विकल्प खुले रखते हुये अपने उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया तेज़ कर दी है। बुधवार को कांग्रेस की प्रदेश इकाई के साथ स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में उम्मीदवारों के नामों पर विचार किया जायेगा। कांग्रेस की झारखंड इकाई के प्रभारी आर पी एन सिंह ने उम्मीदवारों के चयन और समान विचारों वाले विपक्षी दलों के साथ संभावित गठबंधन के मुद्दे पर मंगलवार को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव और पार्टी विधायक दल के नेता आलमगीर आलम के साथ बैठक की।
चुनावी रणनीति पर कर रहे मंथन
सिंह ने न्यूज एजेंसी को बताया, ‘‘हम झारखंड में चुनावी रणनीति पर गंभीर मंथन कर रहे हैं। झारखंड प्रदेश इकाई की ओर से भेजी गयी संभावित उम्मीदवारों की सूची पर विचार विमर्श के लिये बुधवार को स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक बुलाई गयी है।’’ झामुमो के साथ गठबंधन के बारे में स्पष्ट जवाब देने से बचते हुये सिंह ने सिर्फ़ इतना ही कहा कि राज्य में चुनावी तैयारियों का जायज़ा लेने के लिए प्रदेश इकाई के नेताओं के साथ केन्द्रीय नेतृत्व लगातार विचार-विमर्श कर रहा है। गठबंधन के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘सही समय आने पर इसकी सार्वजनिक घोषणा की जायेगी।’’
पांच चरणों में होना है मतदान
उल्लेखनीय है कि झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव के लिये 30 नवंबर से 20 दिसंबर के बीच पांच चरण में मतदान होगा। समझा जाता है कि स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में झारखंड में पहले चरण के मतदान वाली 13 सीटों पर पार्टी अपने उम्मीदवारों के नामों पर अंतिम फैसला कर सकती है। पहले चरण में 13 विधानसभा सीटों (चतरा, गुमला, बिशुनपुर, लोहरदगा, मनिका, लातेहार, पनकी, डाल्टनगंज, बिश्रामपुर, छतरपुर, हुसैनाबाद, गढवा और भवानतपुर) पर 30 नवंबर को मतदान होगा।
कांग्रेस से झामुमो की मुलाकात
इस बीच झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन भी दिल्ली में हैं। सूत्रों के अनुसार गठबंधन के मुद्दे पर सोमवार को सोरेन कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अहमद पटेल से मिल चुके हैं। दोनों नेताओं ने झारखंड विधानसभा चुनाव में गठबंधन के भावी स्वरूप पर चर्चा की। मंगलवार को सोरेन की आर पी एन सिंह सहित कांग्रेस के कुछ अन्य वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात संभावित है। इसमें सीटों के बंटवारे सहित अन्य मुद्दों पर बातचीत के बाद ही गठबंधन की तस्वीर साफ होगी।
चल रही गठबंधन की कवायद
झारखंड कांग्रेस के प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने बताया कि राज्य की रघुवर दास सरकार से लोगों में निराशा के मद्देनजर प्रदेश की जनता बदलाव के मूड में है। इसे देखते हुये कांग्रेस सहित सभी दलों की ओर से विधानसभा चुनाव में भाजपा को परास्त करने के लिये गठबंधन की कवायद चल रही है। प्रसाद ने कहा कि गठबंधन के स्वरूप और सीटों के बंटवारे का फैसला कांग्रेस नेतृत्व को करना है। इस बारे में जो भी फैसला किया जायेगा, पार्टी कार्यकर्ता उसके अनुरूप चुनाव मैदान में जायेंगे। लोकसभा चुनाव के दौरान झारखंड में विपक्षी दलों ने महागठबंधन के बैनर तले चुनाव लड़ा था। कांग्रेस की कोशिश है कि विधानसभा चुनाव भी राजद और बाबूलाल मरांडी की अगुवाई वाले झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) सहित अन्य विपक्षी दल मिलकर महागठबंधन बना कर चुनाव लड़ें।
दावा- जरूर बनेगा महागठबंधन
प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस सभी समान विचारधारा वाले दलों के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की पक्षधर है। इसके लिये पार्टी की प्रदेश इकाई निरंतर प्रयासरत है। इस बीच महागठबंधन में नेतृत्व के सवाल पर मरांडी द्वारा पिछले सप्ताह अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद उरांव ने रांची में उनसे मुलाकात कर इस फैसले पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया था। इससे पहले उरांव ने पिछले महीने देवघर से कांग्रेस के प्रचार अभियान की शुरुआत करते हुये कहा था कि महागठबंधन जरूर बनेगा और कांग्रेस कम से कम 35 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। झारखंड विधानसभा में मौजूदा दलीय स्थिति के मुताबिक भाजपा के 43, झामुमो के 19, कांग्रेस के आठ और झाविमो के दो विधायक हैं।
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)