सार

केरल में 6 अप्रैल को होने जा रहे विधानसभा चुनाव में प्रचार करने प्रियंका गांधी यहां दो दिनी दौरे पर हैं। बुधवार को भी प्रियंका गांधी यहां जनसभाएं कर रही हैं। बता दें कि केरल की 140 विधानसभा सीटों के लिए सिर्फ एक चरण यानी 6 अप्रैल को वोटिंग होगी। जबकि वोटों की गिनती बाकी राज्यों-तमिलनाडु, असम, पुडुचेरी और पश्चिम बंगाल के चुनाव के साथ 2 मई को होगी। 

तिरुवनन्तपुरम, केरल. कांग्रेस नेता  प्रियंका गांधी केरल के दो दिनी दौरे पर यहां कई रैलियां ले रही हैं। बुधवार को भी प्रियंका यहां धुआंधार प्रचार कर रही हैं। बता दें कि केरल की 140 विधानसभा सीटों के लिए सिर्फ एक चरण यानी 6 अप्रैल को वोटिंग होगी। जबकि वोटों की गिनती बाकी राज्यों-तमिलनाडु, असम, पुडुचेरी और पश्चिम बंगाल के चुनाव के साथ 2 मई को होगी। इस बीच खबर है कि प्रियंका गांधी 3 अप्रैल को तमिलनाडु में चुनाव प्रचार करेंगी। वे श्रीपेरंबुदूर भी जाएंगी। ये वो ही जगह है, जहां उनके पिता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या कर दी गई थी।

प्रियंका गांधी ने कहा

चालकुडी में बोलीं- यह चुनाव, आपके पास तीन प्रकार की राजनीति के बीच एक विकल्प है:
1- सीपीएम की राजनीति- हिंसा, राज्य दमन और घोटाले
2- भाजपा की राजनीति- घृणा और विभाजन
3- कांग्रेस की राजनीति- केरल के लिए भविष्य की कल्पना का निर्माण

  • केरल की राजनीति हिंसक हो गई है। ऐसा केरल में सत्ताधारी LDF की नीतियों के कारण तनाव पैदा हुआ है। हम यहां शांति सद्भाव विभाग बनाने का प्रस्ताव रखते हैं। ताकि यहां राजनीतिक हत्याएं बंद हों, क्रोध और घृणा की राजनीति रुके।
  • कोई भी सरकार जो लोगों की आवाज को दबाने का प्रयास करती है, वह सरकार नहीं है। जिसे लोकतांत्रिक कहा जा सकता है, यह ऐसी सरकार नहीं है, जो आपके समर्थन के योग्य हो।
  • पिछले 5 वर्षों में आपको समर्थन देने या केरल को मजबूत बनाने के लिए बहुत कुछ नहीं किया गया है। समर्थन के बजाय पीआर में बहुत पैसा लगाया गया है। कितना काम किया गया है, यह सच्चाई आप जानते हैं।
  • थ्रिसुर में कहा-LDF ने आपसे एक के बाद एक वादे किए, उन्होंने 20 लाख नौकरियों का वादा किया लेकिन नौ​करी नहीं दी। जैसे ही वो सत्ता में आए उन्होंने अपने लोगों से सरकारी नौकरियां भर दी। जब पूरे केरल में हज़ारों युवाओं ने प्रदर्शन किया तो उन्हें पीटा और दबाया गया।

केरल के लिए कांग्रेस का विजन:

  • -न्याय योजना में गरीबों के लिए 6000 रुपए प्रति महीना सहायता
  • - 40-60 साल की गृहिणियों के लिए 2000 रुपए हर महीने सहायता
  • -5 लाख बेघरों को घर
  • हर महीने 3000 रुपए वेलफेयर पेंशन