सार
फूड डेस्क: सर्दियां शुरू होते से ही बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। ऐसे में घर में ही मम्मी, दादी, नानी ऐसे नुस्खे आजमाती हैं, जिससे शरीर को गर्माहट मिलें। उन्हीं में से एक है च्यवनप्राश, जिसका सेवन करने से शरीर को इम्यूनिटी मिलती है और बार-बार बीमार पड़ने से बचा जा सकता है। लेकिन बाजार का प्रिजर्वेटिव मिला हुआ अनहेल्दी च्यवनप्राश क्यों खाया जाए, जब घर में आप कुछ ही देसी इंग्रेडिएंट्स के साथ हेल्दी और टेस्टी च्यवनप्राश बना सकते हैं और बच्चे-बड़े सभी इसका सेवन कर सकते हैं। तो चलिए हम आपको बताते हैं हेल्दी और टेस्टी च्यवनप्राश बनाने की रेसिपी।
च्यवनप्राश की सामग्री
आंवला - 500 ग्राम
गुड़ या चीनी - 500 ग्राम
देसी घी - 100 ग्राम
शहद - 100 ग्राम
बादाम पाउडर - 2 टेबलस्पून
केसर - 10-12 रेशे
दालचीनी पाउडर - 1 टीस्पून
इलायची पाउडर - 1 टीस्पून
जायफल पाउडर - 1/2 टीस्पून
पिपली पाउडर - 1/2 टीस्पून
सोंठ पाउडर - 1 टीस्पून
काले तिल - 1 टेबलस्पून
गिलोय पाउडर - 1 टीस्पून
च्यवनप्राश बनाने की विधि
- सबसे पहले आंवले को धोकर उबालें। ठंडा होने के बाद आंवले के बीज निकाले और उन्हें पीसकर बारीक पेस्ट बना लें।
- एक कढ़ाई में थोड़ा पानी डालकर गुड़ या चीनी की चाशनी बनाएं। चाशनी को तब तक पकाएं जब तक वह गाढ़ी न हो जाए।
- तैयार चाशनी में आंवले का पेस्ट डालें और धीमी आंच पर लगातार चलाते हुए पकाएं।
- आंवला के मिश्रण को तब तक पकाएं जब तक वह गाढ़ा न हो जाए।
- अब च्यवनप्राश के मिश्रण में देसी घी डालें और अच्छी तरह मिलाएं। इसमें सभी मसाले (दालचीनी, इलायची, जायफल, सोंठ, पिपली, गिलोय पाउडर) डालें और मिलाएं।
- आखिरी में काले तिल और बादाम पाउडर डालकर अच्छी तरह मिलाएं। ऊपर से केसर के रेशे डालें।
- मिश्रण ठंडा होने के बाद इसमें शहद डालें और अच्छी तरह से मिलाएं। तैयार च्यवनप्राश को एक एयरटाइट कंटेनर में भरकर फ्रिज में स्टोर करें।
च्यवनप्राश खाने का सेवन और फायदे
बड़े 1 से 2 टीस्पून सुबह खाली पेट दूध के साथ इस च्यवनप्राश का सेवन करें। वहीं, बच्चे आधा टीस्पून दूध के साथ च्यवनप्राश का सेवन करें। रोज अगर खाली पेट च्यवनप्राश का सेवन किया जाए, तो इससे इम्यूनिटी बढ़ती है, पाचन तंत्र मजबूत होता है, त्वचा में निखार आता है, सर्दी खांसी से बचाव होता है और शरीर को एनर्जी मिलती है।