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Easter 2023: ईस्टर संडे का अंडे और खरगोश से क्या है कनेक्शन, जानें इससे जुड़ी परंपरा
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ईस्टर (easter day 2023) हर साल अलग-अलग डेट में मनाया जाता है। इस बार ईस्टर रविवार 9 अप्रैल को मनाया जाएगा। इस दिन ईसाई समुदाय के लोग चर्च में प्रार्थना करते हैं। इसके बाद फैमिली और दोस्त के साथ स्पेशल भोजन करते हैं।
ईस्टर में गिफ्ट देने की परंपरा
ईस्टर से जुड़ी कुछ परंपरा भी लोग निभाते हैं। जैसे ईस्टर अंडे, ईस्टर बनी और चॉकलेट। ईस्टर पर लोग अंडे के आकार का गिफ्ट देते हैं। इतना ही नहीं अंडे को सजाकर भी गिफ्ट देने की परंपरा है।
ईस्टर एग (Easter egg) से जुड़ी कहानी
लेकिन ईस्टर (पवित्र सप्ताह के रूप में जाना जाता है) तक जाने वाले सप्ताह के दौरान अंडे खाने की अनुमति नहीं थी। इसलिए लोग एक सप्ताह तक अंडे को सहेजा गया और फिर ईस्टर के दिन इसे सजाकर बच्चों को उपहार के रूप में दिए गए थे।विक्टोरियन लोगों ने ईस्टर उपहारों से भरे साटन से ढके कार्डबोर्ड अंडे के साथ परंपरा को अपनाया। इसके बाद से अंडे देने की परंपरा शुरू हो गई। जिसे आज भी लोग एन्जॉय करते हैं।
ईस्टर चॉकलेट (easter chocolate) की शुरुआत कहां से हुई
19वीं शताब्दी में पहले चॉकलेट अंडे फ्रांस और जर्मनी में दिखाई दिए, लेकिन वे कड़वे और सख्त थे।जैसे-जैसे चॉकलेट बनाने की तकनीक में सुधार हुआ वैसे-वैसे चॉकलेट के अंडे टेस्टी और खूबसूरत बनते गए। आज चॉकलेट-प्रेमियों के बीच एक पसंदीदा परंपरा बनी हुई है।
ईस्टर बनी (easter bunny) की कहानी
ईस्टर बनी(Easter Bunny ) की कहानी बुतपरस्त परंपरा से जुड़ी हुई है, और माना जाता है कि यह 19वीं शताब्दी में आम हो गई थी। खरगोश आमतौर पर बहुत सारे बच्चे को एक बार में जन्म देते हैं। जिन्हें नए जीवन का प्रतीक माना जाता है। जर्मनी में 1700 के दशक में बच्चे घोंसला बनाते थे और गाजर को ईस्टर बनी के लिए छोड़ देते थे। कहावत है कि ईस्टर बनी अच्छे बच्चों के लिए अंडे देता है और सजाता है और छुपाता है। यही कारण है कि कुछ बच्चे त्योहार के हिस्से के रूप में ईस्टर एग हंट का आनंद लेते हैं। स्विटजरलैंड में ईस्टर एग कोयल और जर्मनी के कुछ हिस्सों में लोमड़ी को प्रतीक के रूप में रखा गया है।
40 दिनों तक मनाया जाता है ईस्टर
बाइबल के अनुसार ईस्टर संडे को जब ईसा मसीह का पुनर्जन्म हुआ था तो उसके बाद करीब 40 दिनों तक अपने शिष्यों के साथ रहे थे। इसके बाद वे हमेशा के लिए स्वर्ग चले गए। इसलिए ईस्टर का जश्न पूरे 40 दिन तक मनाया जाता है। लेकिन अधिकारिक तौर पर 50 दिनों तक यह पर्व चलता है।
ईस्टर पर्व पर चर्च जगमगा उठती है
ईस्टर पर्व पर सभी चर्चों को खास तौर पर सजाया जाता है। चर्च में मोमबत्तियां जलाई जाती हैं। घरों को भी रौशन किया जाता है।ईस्टर डे के दिन बाइबल का विशेष रूप से पाठ किया जाता है।
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