सार
Ram Navami 2024: राम नवमी का पावन त्योहार इस बार 17 अप्रैल 2024 को मनाया जाएगा। ऐसे में रामनवमी के मौके पर आप भगवान राम के दर्शन करना चाहते हैं, तो भारत में स्थित उनके इन पांच मंदिरों में जा सकते हैं।
लाइफस्टाइल डेस्क: भगवान राम का स्मरण करते से ही सबसे पहले अयोध्या का नाम जहन में आता है, जहां पर राम जन्मभूमि पर भव्य रामलला के मंदिर का निर्माण किया गया है। यहां पर रोजाना हजारों भक्तों का तांता लगा रहता है और रामनवमी के मौके पर यहां पर भक्तों की भीड़ उमड़ सकती है। ऐसे में 17 अप्रैल रामनवमी के मौके पर आप प्रभु राम के दर्शन करना चाहते हैं, तो भारत में स्थित उनके इन पांच मंदिरों में जाकर मत्था टेक सकते हैं। कहते हैं रामनवमी के मौके पर भगवान राम के दर्शन भर करने से ही भक्तों के सारे दुख दर्द दूर हो जाते हैं।
भद्राचलम मंदिर, तेलंगाना
गोदावरी नदी के तट पर स्थित, भद्राचलम मंदिर भगवान राम को समर्पित है और दक्षिण भारत में राम भक्तों के लिए सबसे बड़े और भव्य तीर्थ स्थलों में से एक माना जाता है।
राम मंदिर, ओरछा (मध्य प्रदेश)
मध्यप्रदेश के शहर ओरछा में स्थित यह मंदिर अपनी सुंदर वास्तुकला और रामायण के दृश्यों को चित्रित करने वाली जटिल नक्काशी के लिए जाना जाता है। यह भारत का एकमात्र मंदिर है जहां एक महल में भगवान राम की पूजा एक राजा के रूप में की जाती है और उन्हें हर दिन गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाता है।
राम मंदिर, अमृतसर (पंजाब)
अमृतसर में स्वर्ण मंदिर परिसर के पास स्थित, यह मंदिर भगवान राम को समर्पित है और अपने शांत वातावरण और सुंदरता के लिए जाना जाता है। यह श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है।
राम मंदिर, रामेश्वरम (तमिलनाडु)
यह मंदिर रामेश्वरम द्वीप पर स्थित है और भगवान राम को समर्पित है। ऐसा माना जाता है कि यह हिंदुओं के चार धाम तीर्थ स्थलों में से एक है और इसका बहुत धार्मिक महत्व है।
कालाराम मंदिर, नासिक (महाराष्ट्र)
महाराष्ट्र में नासिक शहर के पंचवटी क्षेत्र में स्थित कालाराम मंदिर उन स्थानों में से एक माना जाता है, जहां पर भगवान राम वनवास के दौरान रहे थे। इस मंदिर में भगवान राम, मां सीता और लक्ष्मण के काले पत्थर की प्रतिमाएं हैं, जिनकी ऊंचाई दो-दो फीट है। यहां पर दर्शन मात्र करने से ही भक्तों के दुख दर्द दूर हो जाते हैं।
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