सार
केरल के अल्लेप्पी की सैर करें और बैकवाटर्स, हाउसबोट्स, और शांतिपूर्ण वातावरण का आनंद लें। नारियल के पेड़ों और धान के खेतों के बीच एक यादगार यात्रा।
ट्रेवल डेस्क। ठंड की शुरुआत के साथ ट्रैवलर्स भी घूमने निकल पड़े हैं। हिमाचल से लेकर कश्मीर तक पर्यटकों की भरमार है। आप भी थोड़ा सा वक्त निकालकर ट्रिप प्लान करना चाहते हैं लेकिन भीड़ भाड़ वाली जगह नहीं जाना चाहते हैं तो अब बेफिक्र हो जाइए। दरअसल, आपके लिए दक्षिण भारत का ऐसा डेस्टिनेशन लेकर आये हैं। जहां जाकर वापस लौटने का मन नहीं करेगा। इतना ही नहीं ये बहुत खूबसूरत होने के साथ पीसफुल भी है। हम बात कर रहे हैं केरल स्थित अलप्पी की। जिसे "गॉड्स ओन कंट्री" कहा जाता है। ये जगह अपनी नेचुरल ब्यूटी के लिए प्रसिद्ध है। पीसफुल हाउसबोट क्रूज यात्रा से लेकर नारियल के पड़े और वॉटरफॉल्स दिल में बस जायेंगे। तो चलिए जानते हैं आप अल्लेप्पी में और क्या कुछ कर सकते हैं।
1) सबसे पहले घूमें अलप्पुझा बीच
अल्लेप्पी अपनी नेचुरल ब्यूटी के जाना जाता है। ऐसे में यहां आने पर अलप्पुझा बीच का दीदार जरूर करें। ये पॉपुलर सनसेट प्वाइंट है। यहां से आप दूर-दूर तक समंदर को निहार सकते हैं हालांकि इस बीच पर थोड़ा सी भीड़ मिल सकती है। अगर लेस क्राउड बीच चाहिए तो मारारी बीच जा सकते हैं। ये मुछआरों का गांव कहा जाता है। जहां दिन हो या रात लोग मछली पकड़ते नजर आते हैं।
2) हाउसबोट पर बैकवाटर्स का मजा
केरल के बैकवाटर्स की राइड इस राज्य की ब्यूटी देखने का सबसे बढ़िया तरीका है। आपको बैकवाटर्स में ट्रेडिशनल से लेकर मॉर्डन हाउसबोट्स के ऑप्शन मिल जाएंगे। जहां आप फ्लोटिंग नाव पर आराम करने के साथ, केरल फूड के साथ क्वालिटी टाइम बिता सकते हैं। यहां पर दिन और रात के हिसाब से स्टे के प्राइज अलग-अलग हो सकते हैं।
3) कयाकिंग एडवेंचर
बिना एडवेंचर ट्रिप पूरी नहीं होती है। अगर आप भी कुछ रोचक करना चाहते हैं तो कयाकिंग एडवेंचर का लुत्फ उठाएं। यहां पर नावें बिल्कुल स्लो स्पीड में चलती हैं। जहां पर रातभर का स्टे कर सकते हैं। इस एडवेंचर का लुत्फ उठाने के लिए टूर कंपनीज को विजिट कर सकते हैं। कयाकिंग सनराइज देखने के लिए बेस्ट है।
4) कुट्टनाड
कुट्टनाड को "केरल का चावल का कटोरा" कहा जाता है। सर्दियों में हरी-भरी धान की खेती के लिए प्रसिद्ध है। यह भारत के उन गिने-चुने स्थानों में से एक है, जहां समुद्र तल से नीचे फसल उगाई जाती है। यहां के स्थानीय लोगों से पारंपरिक खेती के तरीकों को जानने का मौका मिलता है। आप कुछ अलग देखना चाहते हैं यहां आ सकते हैं।
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