सार
वास्तु के अनुसार, मुख्य द्वार पर सकारात्मक ऊर्जा लाने के लिए बंधनवार, स्वस्तिक, ॐ और साफ-सफाई ज़रूरी है। ये उपाय सुख-समृद्धि और सौभाग्य लाते हैं।
घर के मुख्य द्वार को सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर बनाने के लिए वास्तु शास्त्र में कई उपाय बताए गए हैं। मुख्य द्वार का वातावरण जितना सकारात्मक और शुद्ध होगा, उतनी ही अच्छी ऊर्जा घर में प्रवेश करेगी। मुख्य द्वार पर बंधनवार लगाना, स्वस्तिक और "ॐ" के चिन्ह बनाना, जूते-चप्पल को बाहर रखना और द्वार की साफ-सफाई बनाए रखना घर को सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर बनाता है। यह उपाय घर में सुख-समृद्धि, शांति और सौभाग्य लाने में सहायक होते हैं।
घर के मुख्य द्वार को सकारात्मक बनाने के उपाय
1. बंधनवार लगाएं
- मुख्य द्वार पर बंधनवार (तोरन) लगाने का प्राचीन परंपरा में विशेष महत्व है। यह न केवल सौंदर्य बढ़ाता है बल्कि सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है।
- आम, पीपल या अशोक के पत्तों से बनी बंधनवार सबसे शुभ मानी जाती है।
- फूलों या मोतियों की तोरन भी घर के वातावरण को आकर्षक बनाती है।
- बंधनवार बुरी नजर और नकारात्मक ऊर्जा को घर से बाहर रखती है।
इसे भी पढ़ें: किचन में सिलबट्टा और पत्थर के बर्तन रखने की सही दिशा क्या है?
2. घर के बाहर जूते-चप्पल रखें
- मुख्य द्वार के अंदर जूते-चप्पल रखने से घर में नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश कर सकती है। इसलिए इन्हें मुख्य द्वार के बाहर ही व्यवस्थित ढंग से रखना चाहिए।
- जूते-चप्पल के लिए अलग से स्टैंड या रैक का उपयोग करें।
- गंदे और टूटे-फूटे जूते-चप्पल घर के बाहर भी न रखें।
- इससे घर के अंदर स्वच्छता और सकारात्मकता बनी रहती है।
3. स्वस्तिक बनाएं दोनों तरफ
- मुख्य द्वार के दोनों तरफ स्वस्तिक का चिन्ह बनाना अत्यंत शुभ माना गया है। स्वस्तिक समृद्धि, सौभाग्य और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है।
- हल्दी, चंदन या रोली से स्वस्तिक बनाएं।
- त्योहारों पर इसे फूलों और रंगों से सजाएं।
- यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और घर में सुख-शांति लाता है।
4. ओमकार का चिन्ह बनाएं
- "ॐ" का चिन्ह मुख्य द्वार पर लगाना घर में आध्यात्मिकता और सकारात्मकता बढ़ाता है। यह शांति और समृद्धि का प्रतीक है।
- मुख्य दरवाजे के ऊपर या उसके दोनों तरफ "ॐ" का चिन्ह बनाएं।
- इसे सुंदर डिजाइन में पीतल, लकड़ी, या स्टिकर के रूप में लगाना भी अच्छा विकल्प है।
- यह घर के वातावरण को पवित्र करता है और देवताओं की कृपा बनाए रखता है।
5. नियमित सफाई और सजावट करें
- मुख्य द्वार का स्वच्छ और आकर्षक होना बहुत जरूरी है। नियमित सफाई और उचित सजावट से सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।
- मुख्य द्वार पर रंगोली बनाएं या दीपक जलाएं।
- दरवाजे पर अच्छी रोशनी की व्यवस्था करें।
6. शुभ वाक्य लिखें या प्रतीक लगाएं
- मुख्य द्वार पर "शुभ लाभ" या "सुख-शांति" जैसे शुभ वाक्य लिखें। यह सकारात्मकता का संकेत देता है।
- यह मेहमानों को सकारात्मक संदेश देता है और घर में सकारात्मक ऊर्जा को बनाए रखता है।
इसे भी पढ़ें: इस दिशा में गल्ला रखने और बैठने से व्यापारी को हो सकता है मुनाफा ही मुनाफा!