सार
आजकल पेरेंट्स जॉब, बिजनेस करियर, घर के काम और बहुत सी चीजों में व्यस्त रहते हैं। इन सभी कारणों से पेरेंट्स अपने बच्चों को पर्याप्त समय नहीं दे पाते हैं। साथ ही आजकल बच्चों को स्मार्ट फोन, लैपटॉप, कंप्यूटर और कई सारी डिजिटल स्क्रीन का एक्सेस है। बता दें कि जरूरत से ज्यादा फोन के साथ समय बिताने से बच्चों को मानसिक विकास तो रुकता ही है, साथ ही बच्चे और पैरेंट्स के बीच भी दूरियां शुरू हो जाती है। इसका बुरा असर आपके बच्चे की परवरिश में भी पड़ती है, वो आपकी बात नहीं, सुनता समझता और मानता। तो चलिए फोने देने से पहले आप जान लें कि बच्चों के हाथ में फोन देना आपके लिए कितना नुकसानदायक हो सकता है।
छोटे बच्चों के फोन देने से आपके रिलेशन में क्या बदलाव आते हैं
बच्चे में इमोशनल डिस्कनेक्ट:
छोटे बच्चों को फोन देने से बच्चों के बीच माता-पिता के साथ इमोशनल कनेक्शन कमजोर हो सकता है। जब बच्चे ज्यादा समय स्क्रीन पर बिताते हैं, तो वे माता-पिता से बातचीत करना और उनकी मौजूदगी महसूस करना कम करते हैं, जिससे रिश्तों में दूरी बढ़ सकती है।
कम समय बिताना:
फोन का अधिक इस्तेमाल करने से बच्चे और पेरेंट्स के बीच बातचीत और एक साथ समय बिताने में कमी हो सकती है। बच्चे फोन में व्यस्त होते हैं, जबकि माता-पिता अपनी बातों और जरूरतों को समझाने के लिए परेशान होते हैं, जिससे रिश्ते में तनाव आ सकता है।
प्रेरणा की कमी:
जब बच्चे फोन पर ज्यादा समय बिताते हैं, तो वे अपने पैरों पर खड़ा होना और खुद की गतिविधियों के प्रति प्रेरित होना कम करते हैं। पैरेंट्स की बजाय वे फोन या डिजिटल सामग्री से प्रेरित हो सकते हैं, जो पारंपरिक पारिवारिक संबंधों में एक बदलाव ला सकता है।
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स्मार्टफोन पर निर्भरता:
बच्चों को स्मार्टफोन देने से वे धीरे-धीरे डिजिटल डिवाइस के प्रति निर्भर हो सकते हैं। इससे न केवल रिश्तों में दूरी आ सकती है, बल्कि उनका सामाजिक और शारीरिक विकास भी प्रभावित हो सकता है। पेरेंट्स को बच्चों के लिए अच्छी आदतें विकसित करने में दिक्कत हो सकता है।
शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं:
स्मार्टफोन का अत्यधिक उपयोग बच्चों में शारीरिक समस्याओं (जैसे आंखों की समस्या, वजन बढ़ना) और मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं (जैसे चिंता, अकेलापन) पैदा कर सकता है। इससे माता-पिता को बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर चिंता हो सकती है, जिससे रिश्ते में तनाव उत्पन्न हो सकता है, क्योंकि माता-पिता बच्चे के फोन चलाने को लेकर सख्ती दिखाएंगे।
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