बच्चों को सिखाएं कि वे खुद से सकारात्मक बातें बोलें, जैसे "I am healthy, I am happy, I am kind, I am Love," जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़े और वे मानसिक रूप से मजबूत बनें।
बच्चों को हर छोटी चीज के लिए धन्यवाद कहना सिखाएं, जैसे पानी, भोजन, किसान और भगवान का आभार व्यक्त करना। इससे वे दूसरों की मेहनत को समझेंगे और उनके प्रति ग्रेटफुल बनेंगे।
बच्चों में दयालु और उदार बनने की भावना को बढ़ावा दें। इससे वे दूसरों की मदद करने और समाज के प्रति संवेदनशील बनने की आदत डालेंगे।
बच्चे को भोजन करते समय भगवान, किसान और प्रकृति को धन्यवाद देना सिखाएं। यह उन्हें सिखाएगा कि हर चीज के पीछे कितनी मेहनत और आशीर्वाद है।
बच्चों को नहाने के समय पानी को धन्यवाद कहने जैसी आदतें सिखाएं, जिससे वे पर्यावरण और प्राकृतिक संसाधनों का महत्व समझ सकें।
सोने से पहले सकारात्मक वाक्य बुलवाने से बच्चे का दिन सकारात्मक सोच के साथ समाप्त होगा और उनमें आत्म-प्रेम और आत्म-स्वीकृति की भावना बढ़ेगी।