सार
रिलेशनशिप डेस्क. दोस्त वो परिवार हैं, जिसे हम चुनते हैं, और इसी कारण से हमें अपने दोस्तों का चुनाव सोच-समझकर करना चाहिए। ये वो लोग होते हैं, जो हमारे राज़, हमारी कमजोरियां, हमारी योजनाएं और हमारे निजी जीवन के बारे में जानते हैं। उनके साथ हमारा रिश्ता गहरा और खास होता है। अगर आपके पास ऐसा दोस्त है, जिस पर आप पूरी तरह से भरोसा कर सकते हैं, जो आपको हंसा सके और जो हर मुश्किल घड़ी में आपके साथ हो, तो आप बहुत खुशकिस्मत हैं। हालांकि कभी-कभी हम इस सच्चाई को नजरअंदाज कर देते हैं कि कुछ दोस्त हमारी ज़िंदगी में नेगेटिविटी ला रहे हैं।
पीठ पीछे बुराई करने वाला दोस्त नहीं
कुछ लोग आपकी कमज़ोरियों का मज़ाक बनाते हैं, और जब आप अपने दूसरे दोस्तों के साथ समय बिताते हैं, तो जलन महसूस करवा सकते हैं। वो आपके बारे में पीठ पीछे बुरा बोलते हैं या सिर्फ तब संपर्क करते हैं जब उन्हें आपकी जरूरत होती है। ये बातें छोटी लग सकती हैं, लेकिन बार-बार होने पर यह आपके आत्मसम्मान और मानसिक शांति को प्रभावित कर सकती हैं। अगर आपका 'दोस्त' इन सब चीज़ों में शामिल है, तो वो एक ज़हरीला इंसान है जो आपको नुकसान पहुंचा रहा है।
दोस्ती तोड़ने के बाद गिल्ट ना महसूस करें
अगर आप भी ऐसे सिचुएशन में हैं तो ऐसे दोस्त से दूरी बनाना जरूरी है। लेकिन इसके लिए आप खुद को गिल्ट में ना रखें। क्योंकि अक्सर हम दोस्ती जब तोड़ते हैं तो खुद को दोष देते हैं। आप ये सोचें कि यह रिश्ता आपको नुकसान पहुंचा रहा है, और ऐसी दोस्ती में किसी तरह की माफी या दूसरा मौका देना उचित नहीं है। एक ऐसा व्यक्ति जो आपको हमेशा गिराने का काम करता हो, उसे 'दोस्त' नहीं कहा जा सकता।
दोस्ती खत्म करना आसान नहीं है
टॉक्सिक फ्रेंड से दूरी बनाना कभी भी आसान नहीं होता। आखिरकार, आपने उन्हें अपना दोस्त समझा और आपके बीच एक रिश्ता था। आप उन्हें मिस करेंगे। वो खास पल याद आएंगे जो सिर्फ आप दोनों ने एक साथ बिताए थे। आप उन्हें कॉल करने का मन बना सकते हैं जब आप खुद को इमोशनल रूप से कमजोर महसूस करते हैं। आपको सोशल मीडिया पर उनके दूसरे दोस्तों के साथ तस्वीरें देखकर भी दुख हो सकता है। लेकिन ऐसे दिनों में आपको खुद को यह याद दिलाने की जरूरत है कि आपने यह फैसला क्यों लिया था।
वो दोस्त आपके साथ अच्छा नहीं कर रहे थे, बल्कि उनके कारण आपकी जिंदगी में नेगेटिविटी आ रही थी। सच्चे दोस्त वही होते हैं जो आपको जीवन में आगे बढ़ने में मदद करते हैं, न कि पीछे खींचते हैं। आपको उन्हें जरूर मिस करेंगे, लेकिन यह भी समझना जरूरी है कि जो लोग आपको गिराते हैं और खुद को दोस्त कहते हैं, उनसे दूर होना ही सही है।
दोस्ती का अंत बिना ड्रामे के साथ ऐसे करें
एक एडल्ट होने के नाते दोस्ती खत्म करने का मतलब ये नहीं है कि आपको लड़ाई करनी होगी या बड़ा ड्रामा खड़ा करना होगा। धीरे-धीरे उस व्यक्ति से दूरी बनाएं। अगर वो पूछें कि क्या गलत है, तो ईमानदारी से बताएं, लेकिन अपने जीवन में उस नेगेटिविटी को फिर से आने न दें। अपने जीवन में उन लोगों को जगह दें, जो आपको खुशियां देते हैं और आपका साथ देते हैं।
और पढ़ें:
दामाद को सास से कभी नहीं बोलने चाहिए ये 8 बातें
सफलता हासिल करना है तो बनना होगा बुरा! चाणक्य नीति के लॉजिक का सच