सार

एक मां के लिए इससे बुरा क्या होगा कि जिस इंसान के साथ उसने प्रेम किया उसी ने उसकी बेटी की जिंदगी को तबाह कर दिया। वो डिप्रेशन में जा रही है और बेटी के साथ खुद को खत्म करने की सोच रही है।चलिए रिश्तों की मर्यादा को खत्म करने वाली पूरी कहानी बताते हैं।

 

ब्लैक डायरी: वाकई आज के दौर में रिश्तों पर से भरोसा उठने लगा है। कब कौन किसी रूप में आकर आपको नुकसान पहुंचा दे पता नहीं चलता है। घर के अंदर ही हैवान बैठे होते है और इसकी भनक तक हमें नहीं होती है। ये कहानी रोहिणी (बदला हुआ नाम) की है। 36 साल की रोहिणी को दोबारा शादी करना महंगा पड़ गया। वो आज अपनी बेटी के साथ उस रात को भूलने की कोशिश में लगी है जिसे उसके पति ने ही भयावह बना दिया था।

रोहिणी बताती हैं कि पहले पति के साथ महज 5 साल का था। कार एक्सीडेंट में उनकी मौत हो गई। एक बेटी के सहारे जिंदगी जी रही थी। वर्किंग थी तो कभी पैसों की किल्लत नहीं हुई। लेकिन जिंदगी में खालीपन था। पांच साल बाद एक शख्स जिंदगी में आया। उसके आने से लगा कि जीवन की तन्हाई दूर हो गई। वो मेरी बेटी के साथ काफी कंफर्टेबल था। उसका ख्याल रखता था।

उसने आगे बताया कि एक साल तक हमने डेट की और फिर शादी करने का फैसला लिया। शादी के एक साल तक सबकुछ ठीक रहा। लेकिन बाद में उसका व्यवहार बदलने लगा। हमारे बीच बात-बात पर लड़ाई होने लगी थी। वो शराब भी पीकर आता था। एक दिन वो देर रात नशे में लौटा और सेक्स करने की कोशिश की। लेकिन मैंने उसे मना कर दिया, हमारे बीच कुछ बहस भी हुई। इसके बाद मैं सोने चली गई। कुछ देर बाद दूसरे कमरे में रोने और चिल्लाने की आवाज सुनी तो मेरे होश उड़ गए। मेरी 10 साल की बेटी चीख रही थी। मैं उसके कमरे में दौड़ कर गई तो देखा कि शराब के नशे में धुत्त मेरा पति उसके साथ जबरदस्ती कर रहा है।

बतौर रोहिणी उसने बेटी के ऊपर से उसे खींचा और पास रखें बैट से उसे मारने लगी। वो तब तक उसे मारी जबतक वो बेहोश नहीं हो गया। रोहिणी उन महिलाओं की तरह चुप नहीं रही जो शर्म और लिहाज से मुंह नहीं खोलती। उसने उसी वक्त पुलिस को फोन करके अपने पति को उनके हवाले कर दिया। रोहिणी बताती है कि हैवान अब सलाखों के पीछे हैं। लेकिन उस रात की घटना भूल नहीं पाती है। बेटी को संभाल नहीं पाती है। काम में भी फोकस नहीं कर पाती है। कभी-कभी बच्ची के साथ सुसाइड का भी ख्याल मन में आता है।

एक्सपर्ट की राय- वाकई इससे बुरा कुछ नहीं हो सकता जब एक मासूम लड़की के साथ उसका सौतेला पिता ही गंदी हरकत कर दें। आपके लिए यह मुश्किल भरा वक्त हैं। लेकिन जिस तरह उसे सलाखों तक पहुंचाने में आपने हिम्मत दिखाई वैसे ही बेटी के साथ जी रही जिंदगी में भी दिखानी होगी। आपको अपनी बेटी के साथ नई जिंदगी की शुरुआत करनी चाहिए। सुसाइड करना कायरता है और आप कायर नहीं हैं। तो सबसे पहले तो इस तरह के ख्याल को मन से निकाल दें। दोस्तों और परिवार के साथ ज्यादा वक्त गुजारे। बेटी के साथ लंबी छुट्टी पर भी जा सकती हैं। इसके साथ आप दोनों किसी काउंसलर से भी मिल सकती हैं। वो आप दोनों उस रात से बाहर निकालने की कोशिश कर सकता है। लेकिन भूलकर भी बेटी के सामने ना रोए और ना उसे रोने दें। उसे जितना खुश रख सकती हैं उसके लिए उतना अच्छा होगा।

(ब्लैक डायरी एशियानेट की एक ऐसी सीरीज है,जिसमें हम रिश्तों से जुड़े राज,समस्या के बारे में बताते हैं जिसे खुलकर लोग बता नहीं पाते हैं। इस सीरीज के माध्यम से जो लोग हमें अपनी कहानी बताते हैं, हम उनका नाम बदलकर आप तक लेकर आते हैं। इसके साथ एक्सपर्ट की राय भी देते हैं, ताकि समस्या का निदान हो सके।ब्लैक डायरी में सभी तस्वीरें सांकेतिक होती हैं। )