सार

आज 3 मई को पूरी दुनिया में लाफ्टर डे मनाया जा रहा है। यानी आज का दिन हंसने और हंसाने का दिन है। पहले लोगों के जीवन में ज्यादा तनाव नहीं था। वे हमेशा हंसते-मुस्कुराते रहते थे। लेकिन अब लोग पहले की तरह खुल कर हंस नहीं पाते। 
 

लाइफस्टाइल डेस्क। आज 3 मई को पूरी दुनिया में लाफ्टर डे मनाया जा रहा है। यानी आज का दिन हंसने और हंसाने का दिन है। पहले लोगों के जीवन में ज्यादा तनाव नहीं था। वे हमेशा हंसते-मुस्कुराते रहते थे। लेकिन अब लोग पहले की तरह खुल कर हंस नहीं पाते। इसकी वजह है कि आज लोग एक तरह की आपाधापी में जीवन बिता रहे हैं। उनका ज्यादातर समय भाग-दौड़ में ही बीत जाता है।

जीवन में तरह-तरह की इतनी समस्याएं पैदा हो गई हैं कि लोगों को यह तक याद नहीं रहता कि पिछली बार वे कब खुल कर हंसे थे। हंसी को एक वरदान कहा गया है। जब आदमी दिल से खुश होता है तो हंसता है। छोटे बच्चे बड़ों की तुलना में ज्यादा हंसते और मुस्कुराते हैं। हंसना एक स्वाभाविक क्रिया है। लोग जानबूझ कर नहीं हंसते। लेकिन आज के समय में लॉफ्टर क्लब बन गए हैं, जहां जाकर लोग कुछ समय हंसते हैं। इसे एक तरह की एक्सरसाइज माना गया है।

कब हुई वर्ल्ड लाफ्टर डे की शुरुआत
वर्ल्ड लाफ्टर डे की शुरुआत साल 1998 में हुई। इस दिवस की शुरुआत मुंबई के डॉक्टर मदन कटारिया ने की। उन्होंने 11 जनवरी, 1998 को पहली बार मुंबई में वर्ल्ड लाफ्टर डे का आयोजन किया। उन्होंने इसे योग आंदोलन से जोड़ा। उनका मानना था कि खुल कर हंसने से कई तरह की बीमारियां ठीक हो जाती हैं और इससे स्वास्थ्य बढि़या रहता है। बाद में हर साल मई महीने के पहले रविवार को वर्ल्ड लाफ्टर डे मनाया जाने लगा। जानें, हंसने से हैं क्या-क्या फायदे।

1. सबसे बेहतरीन टॉनिक
हंसी को सबसे बेहतरीन टॉनिक माना गया है। जब हम बातचीत करते हैं तो जितना ऑक्सीजन लेते हैं, हंसने के दौरान उससे 6 गुना ज्यादा ऑक्सीजन ले लेते हैं। इससे हमारे फेफड़े स्वस्थ रहते हैं और दिमाग को ताजगी मिलती है। ज्यादा ऑक्सीजन मिलने से हमारे शरीर के हर अंग ठीक से काम करते हैं। हंसने के बाद आपने महसूस किया होगा कि एनर्जी लेवल बढ़ जाता है।

2. मानसिक तनाव से राहत
आज के समय में ज्यादातर लोग तनाव, चिंता, डिप्रेशन और तरह-तरह की मानसिक परेशानियों से जूझ रहे हैं। मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि जब आप हंसते हैं तो आपके दिमाग मे डोपामाइन का ज्यादा स्राव होने लगता है। इससे आपके मन में खुशी की भावना पैदा होगी और आपका तनाव छू-मंतर हो जाएगा। हंसने से पूरे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन ठीक हो जाता है।

3. ब्लड प्रेशर होता है कम
जो लोग हमेशा हंसते-हंसाते रहते हैं, उन्हें जल्दी ब्लड प्रेशर की बीमारी नहीं होती है। हंसने से मांसपेशियों का खिंचाव भी कम हो जाता है। इससे शरीर और मन में ताजगी आ जाती है। इससे ब्लड सर्कुलेशन में नियमितता बनी रहती है। 

4. दिमाग की होती है एक्सरसाइज
शरीर की एक्सरसाइज के लिए आप जिम जाते हैं या योग करते हैं, लेकिन दिमाग की एक्सरसाइज हंसने से ही होती है। अगर आप रोज खुल कर यानी ठहाके लगा कर हंसते हैं तो आपका दिमाग ज्यादा एक्टिव रहेगा। हंसने से मानसिक और बौद्धिक क्षमता बढ़ती है। जो लोग रोनी सूरत बनाए रखते हैं और कभी नहीं हंसते, वे जीवन में ज्यादा सफल नहीं हो पाते। 

5. हंसना है अच्छी आदत
हंसने-हंसाने को अच्छी आदत माना गया है। लेकिन बेवजह किसी भी बात पर हंसना अच्छा नहीं माना जाता। जिन लोगों में सेंस ऑफ ह्यूमर होता है, वे गंभीर स्वभाव के होते हुए भी चुटीली बातें जरूर करते हैं, जिससे लोगों को हंसी आए। जो भी महान लोग हुए, उनमें ठहाके लगा कर हंसने की आदत थी। दरअसल, खुल कर वे ही लोग हंस सकते हैं, जो दिल के साफ हों। महात्मा गांधी खूब ठहाके लगा कर हंसते थे। उनका कहना था कि अगर वे हंसते नहीं तो आत्महत्या कर चुके होते। विश्व प्रसिद्ध साहित्यकार प्रेमचंद भी खूब ठहाके लगाते थे।