सार
वेट लॉस के लिए हेल्दी डाइट और रोजना एक्सरसाइज जरूरी होता है। लेकिन बरसात के मौसम में जिम जाना या वॉक करना मुश्किल होता है। इतना ही नहीं इस मौसम में होने वाली बीमारी भी वेट लॉस जर्नी पर ब्रेक लगा देती है।
लाइफस्टाइल डेस्क. वजन कम करके हम कई सारी बीमारियों को कंट्रोल कर सकते हैं। हेल्दी डाइट, एक्सरसाइज के जरिए हम खुद को फिट रख सकते हैं। बरसात के मौसम में रोज जिम जाना, वॉक करना मुश्किल होता है। बारिश की वजह से हम फिजिकल एक्टिविटी नहीं कर पाते हैं। इतना ही नहीं बार-बार होने वाली सर्दी-जुकाम और थकान इस मौसम में वेट लॉस जर्नी (weight loss) बाधा डालती है। ऐसे में हम आपको एक ऐसा उपाय बताने जा रहे हैं जिसके जरिए आप ना सिर्फ अपने वजन को कम कर सकते हैं, बल्कि बीमारियों को भी खुद से दूर रख सकते हैं। इसके लिए हमें किचन का रुख करना पड़ेगा। जी हां, इस काम के लिए कुछ घरेलू नुस्खों की मदद ली जा सकती है ।
बढ़े हुए वजन कम करने के लिए नींबू और शहद रामबाण है। लोग अपनी दिन की शुरुआत एक गिलास पानी में शहद- नींबू मिलाकर करते हैं। हर मौसम में इसे लोग अलग-अलग तरीके से लेते हैं। बरसात में भी शहद-नींबू पानी बनाने का एक अलग विधि होता है। जो बहुत कम लोग जानते हैं। आइए जानते हैं बारिश के मौसम ने इसे कैसे बनाते हैं और यह वेट लॉस के साथ-साथ बीमारी को कैसे दूर रखता है।
बरसात के मौसम में नींबू-शहद पानी बनाने की विधि
-किसी बर्तन में 3 गिलास पानी को उबालने के लिए रख दें।
-इसमें एक चम्मच अदरक का पेस्ट मिलाएं और अच्छी तरह उबलने दें।
-जब पानी आधा हो जाए तो इसमें नींबू के दो-तीन टुकड़े काटकर डालें और फिर उबलने दें।
-इसे चूल्हे से उतारे और छान लें। फिर इसमें एक चम्मच या फिर आधा चम्मच शहद मिलाकर पीना चाहिए। लेकिन एक बात का ख्याल रखिएगा शहद मिलाते वक्त पानी ज्यादा गर्म नहीं होना चाहिए। जब नींबू अदरक का मिश्रण गुनगुना हो जाए तब शहद डालकर पीना चाहिए।
नींबू-शहद के फायदें
यह पेय ना सिर्फ वजन को कम करेगा बल्कि सर्दी-खांसी और जुकाम से भी बचाएगा। इसके अलावा भी कई फायदे होंते हैं।
-पाचन में मदद करता है
-त्वचा को साफ रखता है
-इम्यून को मजबूत करता है
बता दें कि नींबू और शहद में शक्तिशाली रोगाणुरोधी गुण होते हैं। यह बैक्टीरिया और कीटाणुओं को खत्म करने में मदद करते हैं। इसके सेवन से शरीर से हानिकारक तत्व बाहर निकल जाते हैं।
(डिस्क्लेमर:यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है। एशियानेट हिंदी का इससे कोई वास्ता नहीं हैं। इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें.)
और पढ़ें:
चिकनगुनिया कहीं बना ना लें आपको अपना शिकार, जानें कारण..बचाव और उपचार
डेंगू-चिकनगुनिया का अब होगा सफाया,भारतीय वैज्ञानिकों ने की अनोखी खोज