सार
कोरोना महामारी के दौरान लॉकडाउन में ज्यादा से ज्यादा कंपनियां वर्क फ्रॉम होम के तहत काम-काज करवा रही हैं। इसके जहां अपने फायदे हैं, वहीं नुकसान भी कम नहीं है। देखने में आया है कि वर्क फ्रॉम होम के दौरान लोग कई तरह की मानसिक समस्याओं के शिकार होने लगते हैं।
लाइफस्टाइल डेस्क। कोरोना महामारी के दौरान लॉकडाउन में ज्यादा से ज्यादा कंपनियां वर्क फ्रॉम होम के तहत काम-काज करवा रही हैं। इसके जहां अपने फायदे हैं, वहीं नुकसान भी कम नहीं है। देखने में आया है कि वर्क फ्रॉम होम के दौरान लोग कई तरह की मानसिक समस्याओं के शिकार होने लगते हैं। वर्क फ्रॉम होम और ऑफिस में बैठ कर काम करने में बहुत फर्क है। घर से काम करने में लोगों को अपने बॉस और सहयोगियों से तालमेल बैठा पाने में दिक्कत होने लगती है। कई बार उन्हें कुछ ऐसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जिसे वे अपने स्तर पर नहीं सुलझा पाते हैं। इससे उनमें चिड़चिड़ापन, तनाव और नींद नहीं आने जैसी समस्या पैदा होने लगती है। कुछ खास तरीके अपना कर इनसे बचा जा सकता है।
1. बीच में लेते रहें ब्रेक
वर्क फ्रॉम होम के दौरान अक्सर लोगों की मानसिकता यह होती है कि वे अपना काम जल्दी निपटाएं, ताकि किसी को यह शिकायत नहीं रहे कि काम पर असर पड़ रहा है। इसलिए लोग जब काम करने बैठते हैं तो बीच में ब्रेक नहीं लेते, जबकि ऑफिस में ऐसा नहीं होता। वहां लंच ब्रेक, टी ब्रेक के दौरान लोग सहकर्मियों से बातचीत भी करते हैं। मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि घर से काम करने के दौरान भी हर एक घंटे पर 10 से 15 मिनट का ब्रेक जरूर लेना चाहिए।
2. वर्क शेड्यूल का रखें ध्यान
घर से काम करने के दौरान वर्क शेड्यूल का ध्यान रखना जरूरी है। जैसे आप सही समय पर ऑफिस जाते थे और अपना काम शुरू कर देते थे, उसी तरह काम समय पर शुरू और खत्म करें। इससे तनाव नहीं होगा। अगर काम देर से शुरू करेंगे तो उलझन बढ़ जाएगी और इसके साथ तनाव भी बढे़गा।
3, काम करने की जगह रखें तय
वर्क फ्रॉम होम का मतलब यह नहीं है कि आप जहां मन हो, वहीं बैठ कर काम करने लगें। काम करने की एक जगह तय कर लें। वहां कुर्सी-मेज ठीक से लगा लें। ध्यान रखें कि बैठने की व्यवस्था सुविधाजनक हो। ऐसा नहीं होने पर कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं।
4. डिस्टर्बेंस नहीं होने दें
घर में अक्सर बच्चे धमाचौकड़ी मचाते रहते हैं। हो सकता है, बच्चों के खेलकूद और शोर-शराबे की वजह से आपको काम करने में परेशानी हो। इसलिए बच्चों को पहले ही समझा दें कि जब आप काम करने बैठे हों तो आपके कमरे में या काम करने की जगह पर वे नहीं आएं। काम खत्म होने के बाद आप बच्चों को समय दें।
5. पूरी नींद लें
तनाव से बचने के लिए 7-8 घंटे की नींद जरूरी है। इसलिए नींद पूरी लें। शारीरिक गतिविधियां कम होने से भी नींद कम आती है। इसलिए सुबह के समय एक्सरसाइज करें और अगर लॉकडाउन की वजह से घर से बाहर घूमने नहीं जा सकते हों तो घर में ही छत पर या कमरे में जरूर टहलें। इससे नींद अच्छी आएगी और तनाव नहीं होगा।