सार

छिंदवाड़ा में शर्मनाक घटना सामने आई है। जहां एक नाबालिग को और उसके रिश्तें में मामा लगने व्यक्ति को भगाने के नाम पर सजा देते हुए मारपीट करने के साथ जूतों की माला पहना कर गांवभर में घुमाया गया। घटना के बाद पुलिस ने 8 लोगो किया अरेस्ट।

छिंदवाड़ा (Madhya pradesh). मध्य प्रदेश के ग्वालियर के एक गांव में एक शर्मनाक घटना सामने आई है।जहां एक 17 वर्षीय लड़की जो उसकी भांजी लगती है और एक 48 वर्षीय व्यक्ति, जो उसका रिश्तेदार है, के ऊपर उसको भगा ले जाने का इल्जाम लगाते हुए उसके साथ मार पीट की गई और उनके गले में जूतों की माला पहना कर दोनो को पूरे गांव में घुमाते हुए बेइज्जत किया गया। घटना की जानकरी मिलने पर पुलिस ने सोमवार को अपराध में शामिल आठ लोगों पर कार्यवाही करते हुए गिरफ्तार किया गया है।

ये थी घटना
मोहखेड़ थाना प्रभारी गोपाल ढसले ने बताया कि घटना शनिवार को मोहखेड़ थाना क्षेत्र के अंबाझिरी गांव में हुई। जहां गांव के कुछ अन्य लोगों के साथ मिलकर (एक आदिवासी सामाजिक पंचायत) ने लड़की पर उस व्यक्ति के साथ भाग जाने का आरोप लगाया था। पीड़ित पीड़िता का रिस्ते में उसका मामा लगता है। पुलिस ने बताया कि गांव की पंचायत ने निर्णय दिया कि मामा ने अपनी ही भांजी को भगाया है। इसलिए युवक और नाबालिंग को "भागने" की सजा के रूप में दंड दिया जाए। पंचायत के फरमान का पालन करते हुए लड़की और आदमी को उनके गले में जूतों की माला पहनाने के साथ गांव में घुमाया गया। इसके साथ ही ग्रामीणों ने बाद में लड़की और 48 वर्षीय व्यक्ति को 'अनैतिक' कृत्य के लिए प्रताड़ित किया।


मामले को पुलिस ने सीरियसली लिया
एसपी विवेक अग्रवाल ने बताया कि पुलिस ने घटना को गंभीरता से लिया है और आठ लोगों और अन्य के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और किशोर न्याय अधिनियम की विभिन्न धाराओं के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है, और सभी आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। साथ ही  मामले की जांच की जा रही है। इसके अलावा घटना में जो अन्य लोग शामिल है उनकी भी पहचान की जा रही है।
       
आपको बता दे कि जैसे ही मध्य प्रदेश मानवाधिकार आयोग (एमपीएचआरसी) को इस घटना की जानकारी मिली है उन्होने छिंदवाड़ा एसपी से तीन सप्ताह के भीतर घटना के बारे में रिपोर्ट मांगी है। साथ ही आरोपियों के खिलाफ ऐसा अपराध करने के लिए सख्त सजा देने के बारे में भी बोला है।