सार

एमपी में जारी मूसलाधार बारिश की वजह से मौसम विभाग ने 15 जिलों में रेड अलर्ट और 19 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है। प्रदेश की सभी नदी और नर्मदा अपने खतरे के निशान 5 से 6 फिट ऊपर बह रही हैं। बारिश ने इस तरह तबाही मचाई हुई है कि कई सरकारी अस्पतालों में पानी भर गया।

इंदौर. एमपी में जारी मूसलाधार बारिश की वजह से मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के लिए प्रदेश के करीब 15 जिलों में रेड अलर्ट और 19 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है। प्रदेश की सभी नदी और नर्मदा अपने खतरे के निशान 5 से 6 फिट ऊपर बह रही हैं। बारिश ने इस तरह तबाही मचाई हुई है कि कई सरकारी अस्पतालों में पानी भर गया। मरीज के बेड के चारों तरफ सिर्फ पानी ही पानी नजर आ रहा है।

भारी बारिश के बाद यहां शुक्रवार को सरकारी महाराजा यशवंतराव चिकित्सालय (एमवायएच) के कुछ वॉर्डों में पानी भर गया और मरीजों को परेशान होते देखा गया। एमवायएच प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पतालों में से एक है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि एमवायएच के तलघर स्थित वॉर्डों में सबसे खराब स्थिति देखी गयी। बेसहारा मरीजों के लिये तलघर में बनाये गये "सहारा" वॉर्ड में घुटने-घुटने तक पानी भरा देखा गया। अस्पताल के आकस्मिक चिकित्सा विभाग में भी बारिश का पानी भरा देखा गया।

टपकते पानी के बीच इलाज करा रहे हैं मरीज
चश्मदीदों ने बताया कि एमवायएच के प्रभावित वॉर्डों में छत से टपकते पानी के बीच ही मरीज अपना इलाज कराने को मजबूर थे। अस्पताल के डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ भी इसी माहौल में काम करते नजर आये। सूत्रों ने बताया कि बारिश का पानी भरने से प्रभावित वॉर्डों की बिजली आपूर्ति बंद कर दी गयी ताकि वहां करंट ना फैले। नतीजतन इन वॉर्डों में मरीज अंधेरे में लेटे रहे।

डीन ने बताई कुछ और वजह
एमवायएच, शासकीय महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय से जुड़ा है। महाविद्यालय की डीन ज्योति बिंदल ने कहा, एमवायएच की इमारत दशकों पुरानी है और इसकी छत से पानी रिसता है। हमने इंदौर नगर निगम को अस्पताल की इमारत की वॉटर प्रूफिंग के लिये बारिश से पहले ही लिख दिया था। लेकिन टेंडर प्रक्रिया में विलम्ब के कारण यह काम देर से शुरू हो सका और भारी बारिश के कारण अस्पताल में पानी भर गया।