सार

बच्ची का जबड़ा और दात टूट गया है, साथ ही सिर में भी चोटें आई हुई हैं। वहीं गले में आरोपी के नाखून के निशान भी बने हुए हैं, जिनसे खून बह रहा है। पीड़िता के मस्तिष्क में खून का थक्का जम गया है, पेट के खून को इंजेक्शन से निकाला जा रहा है।

बैतूल. मध्य प्रदेश में महिलाओं-बच्चियों के साथ दरिंदगी की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। अब बैतूल जिले से एक हैवानियत का मामला सामने आया है। जहां दरिंदे ने पहले लड़की के साथ रेप किया, इसके बाद उसे पत्थरों से मार-मारकर अधमरा कर दिया। इसके बाद उसे मरा समझकर जिंदा दफनाने के लिए गड्डे में दबाकर भाग गया। आखिरकार बच्ची ने किसी तरह अपनी जान बचाई। आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

पत्थरों के नीचे दबी बच्ची दर्द से चीखती रही
दरअसल, यह शर्मनाक घटना सारनी के पास जांगड़ा गांव की है। जहां मुंह बोले 45 साल के चाचा सुशील वर्मा ने  13 साल की बच्ची के साथ रेप किया। पीड़िता जब काफी देर हो जाने के बाद घर नहीं पहुंची तो उसके पिता और दो बहनें उसे खोजने के लिए निकल पड़े। जहां एक खेत से बच्ची के कराहने की आवाज आई तो पिता ने पास जाकर देखा तो उनकी बेटी गड्डे में दबी हुई थी।

मासूम के पेट से निकल रहा खून, गाल-कान और गर्दन में टांके लगे
बेसुध हालत में मासूम को लेकर उसके परिजन घोड़ाडोंगरी अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने उसकी हालत गंभीर बताते हुए उसे नागपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। बता दें कि बच्ची का जबड़ा और दात टूट गया है, साथ ही सिर में भी चोटें आई हुई हैं। वहीं गले में आरोपी के नाखून के निशान भी बने हुए हैं, जिनसे खून बह रहा है। पीड़िता के मस्तिष्क में खून का थक्का जम गया है, पेट के खून को डॉक्टर इंजेक्शन के जरिए निकाल रहे हैं। इतना ही नहीं मासूम को लगातार खून की उल्टिया हो रही हैं। वहीं गाल-कान और गर्दन में टांके भी लागाए गए हैं।

रात के अंधेरे में पिता ने बच्ची को ऐसे खोज निकाला
बच्ची के पिता ने पुलिस को बताया कि उनकी बेटी रोज स्कूल से घर आकर अपने खेत में चल रही मोटर को बंद करने के लिए जाती थी। जो मेरे घर से करीब एक किलोमीटर की दूरी पर है। सोमवार शाम में वह खेत के लिए निकली थी, लेकिन वह नहीं आई तो मैं मोटरसाइकिल से उसे देखने के लिए गया था। काफी अंधेरा हो चुका था, मोबाइल टार्च से उसे पूरे खेत में खोज रहा था, लेकिन वह नहीं मिली। फिर एक गड्डे से चीखने की आवाज सुनकर उस तक पहुंचे तो इसके हाल में देखकर में डर गया। वह खून से लथपथ हालत में पत्थरों के नीचे दबी हुई थी और दर्द से चिल्ला रही थी।

पीड़िता की आपबीती सुनकर हो जाएंगे शॉक्ड
मासूम बच्ची ने पुलिस  को बताया कि सुशील चाचा ने उसे पाइप लगाने के लिए बुलाया था। इसके बाद वह मेरे साथ जबरदस्ती गंदा काम करने लगे। जब मैंने मना किया तो मेरे साथ मारपीट की। इसके बाद पास के एक गड्डे में लेकर गए जहां उन्होंने कपड़े फाड़कर रेप किया। इतना ही नहीं उन्होंने मेरे सिर और गर्दन में पत्थरों से वार किया। फिर मुझे मरा समझकर गड्डे में डालकर ऊपर से मिट्टी और पत्थर फेंककर चले गए।

9वीं क्लास में पढ़ती है मासूम बच्ची
बता दें कि पीड़िता 9वीं क्लास की स्टूडेंट है और वह भोपाल के एक निजी स्कूल में पढ़ती है। कोरोना कॉल के चलते वह अपने गांव चली गई, जहां वह छूरी गांव में पढ़ने के लिए जाती है।  मंगलवार शाम को एसपी सिमाला प्रसाद घटनास्थल पहुंची और मामले की जांच की। इसके बाद पीड़िता के परिवार से कहा कि वह उनको इंसाफ दिलाएंगी। आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी।