सार
शिवराज सरकार में स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने बयान दिया है कि मध्य प्रदेश में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए कक्षा 9वीं और 11वीं की फाइनल परीक्षा ऑफलाइन आयोजित नहीं होंगी। अब यह परीक्षा घरों से ही ली जाएंगी।
भोपाल. मध्य प्रदेश में कोरोना की रफ्तार रोके नहीं रुक रही है। राज्य सरकार की तमाम कोशिशों के बाद भी रोज डरावने वाले आंकड़े सामने आ रहे हैं। महामारी के कहर को देखते हुए पहले ही शिवराज सरकार ने क्लास पहली से लेकर आठवीं तक के स्कूलों को 15 अप्रैल तक बंद करवा दिया है। अब कक्षा 9वीं और 11वीं के छात्रों और उनकी फाइनल परीक्षा को लेकर बड़ा ऐलान किया है।
घर बैठे-बैठे परीक्षा देंगे स्टूडेंट
दरअसल, शिवराज सरकार में स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने बयान दिया है कि मध्य प्रदेश में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए कक्षा 9वीं और 11वीं की फाइनल परीक्षा ऑफलाइन आयोजित नहीं होंगी। अब यह परीक्षा घरों से ही ली जाएंगी। यानि 9वीं और 11वीं के स्टूडेंट घर बैठे-बैठे अपना एग्जाम देंगे।
ओपन बुक सिस्टम होंगे एग्जाम
मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि स्कूल शिक्षा विभाग संक्रमण के बीच छात्रों को प्रश्न पत्र घर भेजने की व्यवस्था करेगा। जिसे हल करने के बाद छात्र कापी अपने स्कूल में जमा कराने जाएंगे। शिक्षा विभाग ने इस तरह से 9वीं और 11वीं के स्टूडेंट की फाइनल परीक्षा ओपन बुक सिस्टम से कराए जाने का फैसला लिया है। बता दें कि यह परिक्षाएं 12 अप्रैल से आयोजित होनी हैं, जिसकी पूरी तैयारी विभाग ने कर ली हैं।
10वीं और 12वीं छात्रों को मिली यह राहत
वहीं 10वीं और 12वीं के छात्रों को राहत देते हुए मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल की तरफ से एक हेल्पलाइन प्रकोष्ठ शुरू किया है। जिस पर छात्र फोन लगाकार अपनी समस्या का हल पूछ सकते हैं। इसके लिए शिक्षा मंडल ने हेल्पलाइन नंबर 1800 2330 175 जारी किया है। यह सुविधा एक अप्रैल से संचालित हो गई है।
ऐसा 10वीं और 12वीं की परीक्षा पूरा शेडयूल
बता दें कि प्रदेश में 10वीं और 12वीं परीक्षा का टाइम टेबल एमपी बोर्ड पहले ही घोषित कर चुका है। जिसके तहत 10वीं की परीक्षा 30 अप्रैल से शुरू होकर 15 मई तक चलेंगी। वहीं 12वीं की परीक्षा 1 मई से शुरू होकर 18 मई तक होंगी। बोर्ड ने इन परिक्षाओं का टाइम सुबह 8: 00 से 11: 00 तक रखा है। जिससे छात्रों को ज्यादा गर्मी ना लगे।