सार
रतलाम जिले में 9 अप्रैल शुक्रवार की शाम 6 से 19 अप्रैल की सुबह 6 बजे तक सबकुछ बंद किया जा रहा है। वहीं खरगोन, कटनी और बैतूल में 7 दिन तक 9 अप्रैल की शाम 6 बजे से 17 अप्रैल की सुबह 6 बजे तक लॉकडाउन रहेगा।
भोपाल. मध्य प्रदेश में कोरोना थमने का नाम नहीं ले रहा है। रोज जिस तरह से मामले सामने आ रहे हैं वह बेहद डरावने हैं। प्रदेश के कुछ शहरों के हालात बहुत बुरे होते जा रहे हैं। जिसमें सबसे बुरी स्थिति में पूर्व सीएम कमलनाथ का जिला छिंदवाड़ा पहुंच गया है। जहां कोरोना ने इस तरह तांडव मचाया है कि सिर्फ तीन में यहा 51 लोगो ं की मौत हो चुकी है।
कोरोना का गढ़ बना रहा छिंदवाडा
बता दें कि छिंदवाड़ा की हालात चिंताजनक है। महाराष्ट्र सीमा से लगे होने के कारण कोरोना यहां तेजी से पैर पसार रहा है। जिले के बिगड़ते हालात को देखते हुए कमलनाथ और उनके बेटे नकुलनाथ जिले के अधिकारियों से चर्चा करने के लिए पहुंचे हुए हैं। हालात की समीक्षा की जा रही है कि आखिर कैसे जिले को फिर से पटरी पर लाया जा सकता है। यहां संक्रमण इतनी तेजी से लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है कि लोग घबराने लगे हैं, कुछ लोग तो यहां से पलायन तक करने लगे हैं। तो वहीं कुछ ऐसे लोग हैं जो यहां जाने से डर रहे हैं।
प्रदेश की स्थिति बेहद नाजुक
कमलनाथ ने यहां प्रशासन को रेमडेसिविर के 240 इंजेक्शन सौंपे हैं उन्होंने कहा है 200 और इंजेक्शन वो उपलब्ध कराएंगे। मुझसे जो हो सकेगा वह उसे करने में कोई कसर नहीं छोडूगां। उन्होंने कहा कि वैक्सीन लगाने के बाद भी लोगों को कोरोना हो रहा है। प्रदेश की स्थिति बेहद नाजुक है। रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध नहीं हैं और वैक्सीन भी खत्म होने वाली है।
'नौटंकी से नहीं खत्म होगा कोरोना'
कमलनाथ ने सीएम शिवराज पर भी निशाना साधते हुए कहा कि नौटंकी करने की जरुरत नहीं है। नौटंकी से कोविड-19 का संकट दूर नहीं होगा। दवा और अस्पताल मरीजों को जल्द ही उपलब्ध कराएं मुख्यमंत्री जी। अगर सीएम को नौटंकी ही करना है तो वह बॉलीवुड चले जाएं। प्रदेश संकट से जूझ रहा है और यहां नाटक, नौटंकी का माहौल चल रहा है। महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने बैठ जाओ जिससे कोविड चला जाएगा। सायरन बजा लो ताली बजा लो, मास्क पहन लो और खुली जीप पर घूम लो, यह सब नाटक नौटंकी चल रही है।
श्मशानों में यहां जगह तक नहीं बची
कमलनाथ ने कहा है कि अगर कोरोना का सच पता करना हो तो श्मशान में जाकर शवों की गिनती करिए पता चल जाएगा कितने लोगों की रोज मोत हो रही हैं। शिवराज सरकार पूरी तरह अपने से बनाकर आंकड़े बता रही है। उन्होंने कहा कि श्मशान घाट के आंकड़े देखें, तो स्थिति भयावह है। छिंदवाड़ा के सौंसर और पांढुर्णा में ही करीब 150 मौतें हुई हैं और यह संख्या कई दर्ज तक नहीं है। यहां के श्मशानों में जगह कम नहीं है।