सार

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में दो दलित बच्चों को कथित तौर पर पीट पीट कर मार डालने की घटना की निंदा करते हुए गुरुवार को कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई सुनिश्चित कराएं।

शिवपुरी (मध्य प्रदेश). कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में दो दलित बच्चों को कथित तौर पर पीट पीट कर मार डालने की घटना की निंदा करते हुए गुरुवार को कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई सुनिश्चित कराएं।

प्रियंका ने ट्वीट कर लिखा- मैं भी एक मां हूं..

उन्होंने ट्वीट कर लिखा- ‘‘ एक मां होने के नाते इस घटना की क्रूरता और अमानवीयता से मुझे गहरा दुःख हुआ । इन बच्चों का क्या दोष था और इनकी माँ पर क्या बीत रही होगी ? कमलनाथ जी से अनुरोध है कि अपराधियों को कठोर सजा दिलवाई जाए और सुनिश्चित किया जाए कि भविष्य में भी ऐसी हिंसक और निंदनीय घटनाएँ न हों।’’ गौरतलब है कि मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले के भावखेड़ी गांव में बुधवार की सुबह पंचायत भवन के सामने शौच करने पर दो व्यक्तियों ने दो दलित बच्चों को कथित तौर पर पीट-पीटकर मार डाला।

आरोपी हत्या के पीछे बताई थी ये वजह 

मामले के एक आरोपी हाकिम यादव ने पुलिस को बताया था कि उसे रात में एक सपना आया था, जिसमें भगवान ने उससे कहा था कि राक्षसों का संहार करना है, तो मैंने कर दिया। हाकिम और रामेश्वर यादव दोनों ने मिलकर इस घटना को अंजाम दिया था। 

मयावती अपराधियों के लिए फांसी की थी मांग

मायावती ने बुधवार को ट्वीट कर कहा था, “देश के करोड़ों दलितों, पिछड़ों व धार्मिक अल्पसंख्यकों को सरकारी सुविधाओं से काफी वंचित रखने के साथ-साथ उन्हें हर प्रकार की द्वेषपूर्ण जुल्म-ज्यादतियों का शिकार भी बनाया जाता रहा है। ऐसे में मध्य प्रदेश के शिवपुरी में दो दलित बच्चों की नृशंस हत्या अति-दुःखद व अति-निन्दनीय है।” उन्होंने इस तरह की घटनाओं के लिये कांग्रेस और भाजपा की दलित विरोधी सोच को ज़िम्मेदार ठहराया है। उन्होंने दोनों दलों से पूछा, “कांग्रेस और भाजपा की सरकार बताये कि गरीब दलितों व पिछड़ों आदि के घरों में शौचालय की समुचित व्यवस्था क्यों नहीं की गई है? ”मायावती ने इस मामले में दोषियों को सख़्त सज़ा दिलाने की मांग करते हुये कहा, “यह सच बहुत ही कड़वा है तो फिर खुले में शौच को मजबूर दलित बच्चों की पीट-पीट कर हत्या करने वालों को फांसी की सजा अवश्य दिलायी जानी चाहिए।”

बच्चे के पिता ने बताई थी दर्दभरी कहानी

मासूम मृतक अविनाश के पिता मनोज ने पुलिस को बताया था कि आरोपी हाकिम उसके परिवार से रंजिश रखता था। वह आए दिन हम लोगों को परेशान करता था। यहां तक कि हम लोगों को सरकार की किसी भी लाभ नहीं लेने देते थे। क्योंकि उनका जानने वाला ही सरपंच था। इसलिए हमारे घर कोई टॉयलेट नहीं बनने दिया और बच्चों को बाहर शौंच के लिए जाना पड़ा। मनोज के अनुसार पूरे गांव के ऊंची जाति के लोग हमको जाति सूचक शब्द से बुलाते हैं।