सार

यह मामला भले ही सास-बहू के झगड़े से जुड़ा है, लेकिन चौंकाता है। एक सास और बहू में रोज किसी न किसी बात पर कलह होती थी। एक दिन बहू का दिमाग सन्नाया और उसने सास को कहीं का नहीं छोड़ा। बहू ने सास की साजिश का ऐसे पर्दाफाश किया कि पूरा घर दंग रह गया।

मुरैना. वैसे तो हर घर में छोटे-मोटे झगड़े चलते रहते हैं। लेकिन यह मामला सास-बहू और साजिश का हैरान करने वाला उदाहरण है। फर्जी मार्कशीट के जरिये करीब 20 साल तक सरकारी स्कूल में टीचर रही एक महिला को उसी की बहू की शिकायत के बाद नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया। दरअसल, महिला ने नौकरी के लिए जो मॉर्कशीट लगाई थी, उसमें उम्र और नाम को लेकर बड़ी गलतियां थीं। कलेक्टर ने जांच के बाद 4 अगस्त को टीचर प्रेमलता गोयल को नौकरी से बर्खास्त करने का आदेश दिया। महिला जरेरुआ गांव के प्राइमरी स्कूल में पढ़ाती थी। बहू को बहुत पहले से इसके बारे में पता था, लेकिन वो चुप रही। पर जब सास की बर्ताव से वो तंग आ गई, तो सबक सिखाने की ठानी।

जनसुनवाई में कर दी सास की शिकायत
प्रेमलता की शिक्षा विभाग में 1998 में बतौर टीचर नियुक्ति हुई थी। बहू ने शिकायत की थी कि उसकी सास ने मार्कशीट में उम्र और अन्य जानकारियों के साथ छेड़छाड़ की है। प्रेमलता के बेटे योगेश की कुछ साल पहले एक सड़क एक्सीडेंट में मौत हो गई थी। इसके बाद सास और बहू के बीच अनबन रहने लगी थी। दोनों के बीच झगड़ा कोर्ट तक पहुंच गया है। पिछले दिनों प्रेमलता की बहू ने जनसुनवाई में पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई थी। हालांकि पहले तो अफसरों लगा कि आपसी झगड़े के कारण यह शिकायत की गई है। पर जब जांच कराई गई, तो शिकायत सच मिली।

सास-ननद में 12 साल का अंतर

बहू ने आरोप लगाया था कि उसकी सास ने दो मार्कशीट बनवाई थीं। एक यूपी से जबकि दूसरी मप्र से। आगरा से बनवाई मार्कशीट में सास ने अपनी जन्मतिथि 3 अगस्त, 1964 लिखवाई। हकीकत में उनकी बेटी का जन्म ही 15 जून 1976 का है। ऐसे में मां-बेटी के जन्म में महज 12 साल का अंतर कैसे हो सकता है? इस तरह गड़बड़ी पकड़ में आ गई।